Russia ukraine war: यूक्रेन संकट के बीच 21 साल पुरानी फोटो वायरल, जब पुतिन के पीछे हाथ बांधे खड़े थे मोदी

punjabkesari.in Monday, Mar 07, 2022 - 01:22 PM (IST)

नेशनल डेस्क: रूस-यूक्रेन जंग के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की 21 साल पुरानी फोटो वायरल हो रही है। यह फोटो नवंबर, साल 2001 की है। वायरल फोटो में दिख रहा है कि भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कुर्सी पर बैठे हुए थे। दोनों नेताओं के बीच मीटिंग चल रही थी और पीछे नरेंद्र मोदी हाथ बांधे खड़े थे। मोदी तब गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे। दो दशक पहले की यह तस्वीर बहुत कुछ कहती है। लोग इस फोटो को ऐतिहासिक बता रहे हैं। यह फोटो ऐसे समय में वायरल हो रही है जब यूक्रेन पर रूस हमले कर रहा है और पूरी दुनिया की नजरें इस समय पीएम मोदी की तरफ हैं। इस समय भारत यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को वहां से सुरक्षित निकाल रहा है।

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पुतिन ने सोचा भी नहीं होगा
21 साल पहले अटल बिहारी वाजपेयी रूस दौरे पर गए थे और व्लादिमीर पुतिन के साथ उन्होंने मीटिंग की थी। पुतिन ने शायद उस समय अंदाजा भी नहीं लगाया होगा कि जो उनके पीछे हाथ बांधे खड़ा है, वो एक दिन दुनिया का प्रभावशाली नेता बनकर उभरेगा। यूक्रेन पर हमले के बीच अभी दुनिया के नेता सोच ही रहे थे लेकिन पीएम मोदी ने पुतिन से बातकर भारतीयों को सुरक्षित निकालने की पूरी प्लानिंग भी कर ली। पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति पुतिन के बीच कितना अच्छी केमिस्ट्री है, यह बात पूरी दुनिया जानती है। पीएम मोदी ने रूस के यूक्रेन पर हमले के कुछ ही घंटे के बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन से फोन पर बात की थी। पुतिन के साथ बातचीत के बाद ही पीएम मोदी ने भारतीयों को यूक्रेन से निकालने के लिए 'ऑपरेशन गंगा' चलाया था।

 

यूक्रेन को भी पीएम मोदी से आस
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की भी पीएम मोदी से कई बार अपील कर चुके हैं कि वे पुतिन से जंग रोकने को कहें। यूक्रेन का कहना है कि पीएम मोदी के पुतिन के साथ काफी अच्छे संबंध हैं और रूस भारत की बात जरूर सुनेगा। अमेरिका, यूरोपीय संघ समेत दुनियाभर के देश इस बात को समझ रहे हैं कि पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति के अच्छे संबंध के चलते यूक्रेन संकट का समाधान निकल सकता है। संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर आए प्रस्ताव पर भी भारत ने दूरी बनाई रखी। भारत ने कई बार कहा कि हर संकट का समाधान बातचीत के जरिए ही निकाला जा सकता है। पीएम मोदी के सीधे पुतिन से बात करने और भारतीय कूटनीति की वजह से ही भारतीय छात्रों का समूह एक-एक कर आसानी से यूक्रेन के पड़ोसी देशों में पहुंचता गया और वहां से उन्हें स्वदेश लाया जा रहा है। 

 

रूस ने 6 घंटे के लिए रोका युद्ध
पीएम मोदी से फोन पर बात के बाद पुतिन ने 6 घंटे के लिए फायरिंग रोक दी थी ताकि भारतीय छात्रों को सुरक्षित वहां से निकाला जा सके। भारतीय छात्रों को यूक्रेन के बॉर्डरों पर सुरक्षित पहुंचाने के लिए रूसी सेना ने 6 घंटे तक फायरिंग नहीं की थी। 

 

पीएम मोदी भी नहीं भूले वो मुलाकात
2001 की रूस में पुतिन से वो मुलाकात पीएम मोदी भी नहीं भूले हैं। 2019 में जब 20वें भारत-रूस सम्मेलन के लिए पीएम मोदी मॉस्को गए तो उन्होंने चार तस्वीरें ट्वीट की थीं। दो तस्वीरें 2001 की और दो उस समय की थीं। उन्होंने पुतिन के साथ मुलाकात को लेकर रूस की न्यूज एजेंसी से कहा था, 'तब मैं मॉस्को आया था, जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे। मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था और हमारी यह पहली मुलाकात थी लेकिन पुतिन ने यह आभास नहीं होने दिया कि मैं कम महत्वपूर्ण हूं और एक छोटे राज्य से हूं या नया व्यक्ति हूं। पुतिन ने मेरे साथ मित्रवत व्यवहार किया और दोस्ती के दरवाजे खुल गए।


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Content Writer

Seema Sharma

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