wedding season: शादियों का सीजन शुरू, 25% तक मंहगी हुई शादी, प्लेट से लेकर घोड़ी, बैंड-बाजा के बढ़े दाम
punjabkesari.in Monday, Nov 11, 2024 - 10:44 AM (IST)
नेशनल डेस्क: बढ़ती महंगाई के चलते शादियों का खर्च इस साल लगभग 25% तक बढ़ गया है। इसके बावजूद देवोत्थान एकादशी से शुरू हो रहे वेडिंग सीजन में उत्साह कम नहीं हुआ है। महंगी वेडिंग डेस्टिनेशन, खान-पान, सजावट और अन्य व्यवस्थाओं के बावजूद, लोग शादियों को भव्य बनाने के लिए उत्सुक हैं। अनुमान है कि अगले दो महीनों में देशभर में 48 लाख से ज्यादा शादियां होंगी, जिनसे लगभग छह लाख करोड़ रुपये का व्यापार होगा। उच्च मध्यम वर्ग से लेकर एलीट क्लास तक के लोग इवेंट मैनेजमेंट का सहारा ले रहे हैं और शादियों पर खान-पान, सोशल मीडिया, और संगीत पर खास जोर दे रहे हैं।
बढ़ी भोजन की लागत
शादी समारोहों में खान-पान की लागत में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। पहले जहां प्रति प्लेट भोजन 500-900 रुपये में उपलब्ध होता था, अब वही प्लेट 1200-1700 रुपये तक पहुंच गई है। खर्च को नियंत्रित करने के लिए, कई लोग मेहमानों की संख्या को सीमित कर 800-1000 तक सीमित कर रहे हैं।
गार्डन और होटलों की बुकिंग महंगी
इंदौर सहित अन्य शहरों में गार्डन और होटलों की बुकिंग दरों में 10% तक बढ़ोतरी हुई है। बैंड और घोड़ी के न्यूनतम किराए में भी इजाफा हुआ है। अब बैंड की शुरुआती कीमत 11,000 रुपये और घोड़ी का न्यूनतम किराया 3,100 रुपये हो गया है।
मल्टी-कुजिन का ट्रेंड
अब पारंपरिक भोजन के साथ मल्टी-कुजिन का चलन बढ़ा है। चाट, जैपनीज, कुरियन, ओरिएंटल, इटालियन, मैक्सिकन, और चाइनीज डिशेज को शामिल किया जा रहा है, ताकि युवा और महिलाओं की पसंद पूरी की जा सके।
बढ़ती बजट का सफर
- 1990 का दशक – 2-2.5 लाख रुपये
- 2000 तक – 3-5 लाख रुपये
- 2010 के बाद – 10-15 लाख रुपये
- 2015 तक – 25-30 लाख रुपये
- 2022 के बाद – 50 लाख से 1 करोड़ रुपये
उच्च मध्यम वर्ग का बजट
- मैरिज गार्डन और रिसॉर्ट: 5-15 लाख रुपये
- फोटो और वीडियो शूट: 2 लाख रुपये
- खान-पान: 6-10 लाख रुपये (500 मेहमानों के लिए)
- इवेंट मैनेजमेंट: 5-8 लाख रुपये
- थीम बेस्ड पहनावा: 5 लाख रुपये
एलीट वर्ग का खर्च
- डेस्टिनेशन मैरिज (राजस्थान): 3-5 करोड़ रुपये
- फोटो, वीडियो और सोशल मीडिया रील्स: 15 लाख रुपये
- इवेंट मैनेजमेंट: 50 लाख रुपये
- बैंड: 15 लाख रुपये
- बॉलीवुड/पंजाबी सिंगर: 20 लाख रुपये
कुल बजट में प्रमुख खर्च
- ज्वैलरी: 15%
- टैंट सजावट और कैटरिंग: 10%
- किराना, सब्जी, स्नैक्स: 10%
- परिधान: 10%
- लाइट, साउंड, संगीत: 6%
- फूलों की सजावट: 4%
महंगाई के बावजूद, शादियों के इस सीजन में उत्साह और तैयारी चरम पर है।