स्पेशल रिपोर्ट: अध्यात्म के नाम अय्याशी, सेक्स रैकेट के संरक्षक हैं कई ‘रसूखदार’

punjabkesari.in Saturday, Dec 23, 2017 - 02:27 PM (IST)

नई दिल्ली; दिल्ली का बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित आश्रम में लड़कियों को धार्मिक शिक्षा देने के बहाने न केवल एक बड़ा ‘सुनियोजित’ सेक्स रैकेट चला रहा था बल्कि आश्रम में रखकर लड़कियों को नशे का आदी बनाकर उन्हें बहुत से ‘रसूखदार’ लोगों के हरम में भेजता रहा है। पुलिस और अदालत तक पहुंची जानकारी में हैरतअंगेज खुलासे हुए हैं। पूरे प्रकरण पर प्रस्तुत है पंजाब केसरी की स्पेशल रिपोर्ट:

चौंकाने वाली जानकारियों पर हाईकोर्ट भी हैरान
बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के आश्रम से छनकर निकल रहीं चौंकाने वाली जानकारियों पर हाईकोर्ट भी हैरान है। शुक्रवार को उसने टिप्पणी की और कहा कि बाबा का ऐसा आश्रम बगैर फङ्क्षडग और नेताओं के संरक्षण के नहीं चल सकता। इतने सालों से यहां ऐसा हो रहा था और इस संबंध दिल्ली पुलिस को एनजीओ सहित परिजन शिकायत दे रहे थे, उसके बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं हुई? इनसब कारणों को तलाशें जांच एजेंसी। कोर्ट ने सख्त लहजों में कहा कि आश्रम के संबंध में जितनी भी बातें सामने आई हैं उससे ये साफ हो गया कि आश्रम की आड़ में सेक्स व्यापार और काले कारनामे ही होते थे। हाईकोर्ट ने राजधानी में मौजूद 8 आश्रम की लिस्ट मांगी है। दिल्ली के रोहिणी में आध्यात्मिक विश्वविद्यालय के नाम से चल रहे बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के आश्रम की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, कई हैरान करने वाली बातें सामने आ रही हैं। दीक्षित की काली करतूतों का अड्डा सिर्फ रोहिणी के विजय विहार में ही नहीं, दिल्ली के पालम इलाके में भी है। ये खुलासा कोर्ट में हुआ। जब वहां पालम आश्रम से एक युवती को पेश किया गया। इसके साथ ही यह आशंका है कि पालम में भी आश्रम के नाम पर बड़ा खेल हो रहा है। 

शुक्रवार को मामले की सुनवाई करते समय दिल्ली हाई कोर्ट के जज भी आश्रम में चल रही गतिविधियों से दंग नजर आए। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा, हम किस युग में जी रहे हैं। कोर्ट ने 8 आश्रमों की जानकारी जल्द से जल्द मांगी और दीक्षित को कोर्ट में पेश करने का आदेश भी दिया। दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि अगर आश्रम के बारे में जानकारी नहीं दी जाएगी, तो दीक्षित के खिलाफ वॉरंट जारी किया जाएगा। कोर्ट ने चेतावनी देते हुए कहा कि आश्रम में जांच टीम को रोका गया, तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मामले में अब अगली सुनवाई चार जनवरी को होगी।

नाबालिग लड़कियां ज्यादा करीब
हाईकोर्ट में प्रस्तुत रिपोर्ट में है कि बाबा 12 से 16 साल की लड़कियों को ज्यादा पंसद करता था और उन्हें अपने साथ रखता था। इनमें से 4 लड़कियों के बयान कोर्ट में लगे हैं जिसमें बताया कि बाबा उनके परिजनों को आध्यात्मिक ज्ञान का हवाला देता था और उनके शरीर के साथ खेलता था। जिन लड़कियों के बयान दर्ज है उनमें 12 साल की और एक 16 साल की है, जबकि 22 लड़कियों के हलफनामें और भी दिए हैं, जिसमें कहा गया है कि अगर कोर्ट उन्हें बुलाती है तो वे उन्हें पेश कर सकते हैं। ऐसे में साफ है कि ये बाबा अक्सर नाबिलग बच्चियों को अपने ईदगिर्द रखता था। 

नशे का बनाया आदी
शुक्रवार को 12 डाक्टरों की टीम रोहिणी स्थित आश्रम में पहुंची, जब चे सेंकड फ्लोर पर पहुंचे तो मौजूद 22 लड़कियों की हालत को देख कर दंग रह गए। इस डॉक्टरों की टीम में एनजीओ की दो सदस्या महिला भी शामिल थी। उनके मुताबिक इन लड़कियों के हाथों में जंजीर के निशान पाए गए है और इनकी मानसिक हालत भी ठीक नहीं है। इनमें से 5 लड़कियों को एक निजी अस्पताल में भेजा गया है इसके अलावा 6 लड़कियों को अंबेडक्र अस्पताल में लाया गया है। प्रारंभिक जांच के मुताबिक इन लड़कियों को काफी समय से नशा दिया जा रहा था जिसके कारण ये अभी होश नहीं है। इन लड़कियों की जांच के लिए इहबास सेे भी एक टीम को भेजा गया है। बताया जाता है कि बाबा और उसके कुछ गुर्गे इन लड़कियों से गंदे काम करते थे और कराते थे। जिन लड़कियों को जंजीरों में बांधा गया था वे पुरी तरह से मरणासन्नवस्था में है। 

7 साल से बाबा को किसी ने नहीं देखा 
बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के बारे में अब तक यह पता नहीं है कि आखिर वह है कहां? किसी को नहीं पता कि बाबा कहां है। बताया जा रहा है कि बाबा को कई साल से यहां किसी ने नहीं देखा। करीब सात साल पहले बाबा को देखा गया था। उसके बाद से वह कहां है, इस बारे में विश्विविद्यालय का प्रबंधन कुछ कहने को राजी नहीं है। 

पुलिस अधिकारियों की बेटी भ्भी फंसी  
जिन लड़कियों को आश्रम से मुक्त कराया गया कि इनमें तीन लड़कियां दिल्ली पुलिस से रिटायर्ड इंस्पेक्टरों की हैं। इसके अलावा एक लड़की का भाई सीबीआई में सब इंस्पेक्टर है।


 


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