माता वैष्णो देवी यात्रा को लेकर आया बड़ा अपडेट, बुकिंग रद्द करने वालों को मिलेगा पूरा रिफंड
punjabkesari.in Monday, Sep 01, 2025 - 09:33 AM (IST)

नेशनल डेस्क: बारिश और प्राकृतिक आपदाओं की वजह से वैष्णो देवी तीर्थयात्रा लगातार प्रभावित हो रही है। लगातार छठे दिन (रविवार) भी इस पवित्र यात्रा को स्थगित रखा गया, जिससे हज़ारों श्रद्धालुओं को मायूस होकर लौटना पड़ा। मंगलवार को भारी बारिश और भूस्खलन की घटना के बाद हालात और भी गंभीर हो गए थे, जिसमें 34 लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए।
भूस्खलन और बादल फटने से मचा था कहर
इस सप्ताह की शुरुआत में, मंगलवार दोपहर अर्धकुंवारी क्षेत्र में इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास भारी भूस्खलन हुआ। यह घटना 3 बजे के बाद उस समय हुई जब लगातार तेज बारिश हो रही थी। इस हादसे में 50 से अधिक लोग चपेट में आ गए थे, जिनमें से 30 की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हुए।
यात्रा से जुड़ी सभी सेवाएं रद्द, मिलेगा पूरा रिफंड
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) ने तीर्थयात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, यात्रा से जुड़ी सभी बुकिंग — जैसे हेलीकॉप्टर सेवाएं (कटरा से भवन), रोपवे (भवन से भैरों घाटी), होटल व अन्य सेवाएं — को 100% रिफंड के साथ रद्द कर दिया है।
All bookings cancelled with 100% refund till yatra is suspended. Send cancellation requests with details to refund@maavaishnodevi.net
— Shri Mata Vaishno Devi Shrine Board (@OfficialSMVDSB) August 31, 2025
Earlier self-cancellations will get pending refund within 15 days.
For queries, contact SMVDSB Call Centre @ 18001807212/ +91 9906019494.
बोर्ड ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर यह जानकारी साझा की और बताया कि जिन यात्रियों ने पहले से बुकिंग कर रखी थी, वे अपना रिफंड रिक्वेस्ट ईमेल द्वारा भेज सकते हैं:
-refund@maavaishnodevi.net
-रिफंड से जुड़ी जरूरी जानकारियां:
-सभी बुकिंग रद्द होने पर मिलेगा 100% रिफंड
-15 दिनों के भीतर रिफंड की प्रक्रिया पूरी की जाएगी
सहायता के लिए कॉल करें:
1800-180-7212
+91 9906019494
यात्रा पहले ही स्थगित कर दी गई थी – उपराज्यपाल
जब यह सवाल उठाया गया कि भारी बारिश की चेतावनी के बावजूद यात्रा क्यों नहीं रोकी गई, तो जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सफाई देते हुए कहा कि बादल फटने की घटना से पहले ही तीर्थयात्रा को स्थगित कर दिया गया था।