दो कश्मीरी युवाओं ने बढ़ाया गौरव, एयर इंडिया में पायलट के रूप में हुए शामिल
punjabkesari.in Saturday, Feb 10, 2024 - 01:15 PM (IST)

नेशनल डेस्क. दक्षिण कश्मीर के त्राल के 26 वर्षीय राजा शाहज़ेब रज़ा और मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के बीरवाह के 19 वर्षीय बुरहान अली वाणिज्यिक पायलट के रूप में एयर इंडिया में शामिल होंगे। राजा शाहजेब स्कूल के दिनों से ही पायलट बनना चाहते थे।
शाहज़ेब ने दिल्ली से यूएनआई को बताया, "तीसरी कक्षा से मैं पायलट बनना चाहता था, हालांकि मेरा परिवार मुझे सिविल सेवा में देखना चाहता था, लेकिन मैंने अपने जुनून को पूरा करने के लिए प्रयास किया।"
बता दें शाहज़ेब का परिवार उनके पिता की शादी से पहले अपने पैतृक शहर त्राल से श्रीनगर चला गया और पुराने शहर में रैनावाड़ी के काठी दरवाजा इलाके में रहने लगा। उन्होंने श्रीनगर के विभिन्न स्कूलों में स्कूली शिक्षा पूरी की और बाद में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने का फैसला किया।
शाहज़ेब ने कहा- "मैंने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी से तीन साल का कोर्स पूरा किया। चूँकि मेरे पिता एक इंजीनियर हैं, वे चाहते थे कि मैं भी अपनी इंजीनियरिंग पूरी करूँ। यह मेरी इंजीनियरिंग के आखिरी वर्ष के दौरान था जब मैंने आईजीआरयूए में दाखिला लिया था। यह मेरा बचपन का सपना था।"
IGRUA उत्तर प्रदेश के रायबरेली में स्थित है और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के नियंत्रण में एक स्वायत्त निकाय है। उन्होंने कहा- "यूपी के मौसम की वजह से हमें ट्रेनिंग पूरी करने में तीन साल लग गए, वरना यह ट्रेनिंग दो साल में ही पूरी हो जाती है।"
परिवार में सबसे छोटे शाहज़ेब की दो बड़ी बहनें हैं, जिनमें से एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर है और अब लंदन में बस गई है और दूसरी लखनऊ से एमडी (स्त्री रोग) कर रही है। शाहज़ेब का मानना है कि कश्मीर के युवा न केवल मेहनती हैं बल्कि बहुत प्रतिभाशाली भी हैं और अच्छी आजीविका कमाने के लिए किसी भी क्षेत्र में एक अद्वितीय स्थान हासिल कर सकते हैं।
वहीं एयर इंडिया द्वारा चुना गया दूसरा पायलट बुरहान है, जो बीरवा निवासी सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक अली मोहम्मद डार का बेटा है। उन्होंने अपनी दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई न्यू एरा पब्लिक स्कूल राजबाग श्रीनगर से की और बारहवीं कक्षा टिंडेल बिस्को से पास की। बाद में उन्होंने उत्तर प्रदेश में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी में विमानन प्रशिक्षण के लिए प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण की। बाद में बुरहान को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा वाणिज्यिक पायलट लाइसेंस (सीपीएल) आवंटित किया गया, जिसने उसे पायलट के रूप में कार्य करने की अनुमति दी।