2 मुस्लिम युवकों ने इस्लाम छोड़कर अपनाया सनातन धर्म... बोले- अब हमें मिली सच्ची शांति
punjabkesari.in Saturday, Oct 04, 2025 - 11:37 PM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के अयोध्या से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां दो मुस्लिम युवकों ने धर्म परिवर्तन कर सनातन धर्म अपना लिया। दोनों का कहना है कि उन्होंने यह कदम संत प्रेमानंद जी महाराज के प्रवचनों से प्रभावित होकर उठाया है, न कि किसी दबाव या लालच में।
कौन हैं ये युवक?
अयोध्या के सोहावल क्षेत्र के रहने वाले मोहम्मद अख्तर सिद्दीकी के बेटे अरशद सिद्दीकी ने अब अपना नाम राकेश मौर्य रख लिया है। वहीं उस्मान के बेटे मोनू ने अपना नाम बदलकर मनीष कुमार कर लिया। दोनों युवकों ने कहा कि अब वे अपने परिवार से कोई संबंध नहीं रखेंगे और पूरी निष्ठा से हिंदू रीति-रिवाजों का पालन करेंगे।
डीएम को सौंपा आवेदन
दोनों युवकों ने यह निर्णय आधिकारिक रूप से दर्ज कराने के लिए डीएम अयोध्या को आवेदन सौंपा। आवेदन भरत हनुमान मिलन मंदिर के महंत परमात्मा दास और बजरंग दल मंत्री लालजी शर्मा के माध्यम से दिया गया। मंदिर ने इन दोनों की ‘घर वापसी’ की पूरी जिम्मेदारी ली है।
राकेश मौर्य (पूर्व अरशद सिद्दीकी) ने क्या कहा?
राकेश मौर्य ने बताया, “मैंने धर्म परिवर्तन किसी दबाव या लालच में नहीं किया। 2014 से मेरा अपने परिवार से कोई संबंध नहीं है। मेरे दोस्त हिंदू हैं और मैं उनके साथ मंदिर-दर्शन करता रहा हूं। इससे मुझे सनातन धर्म की ओर प्रेरणा मिली। अब मुझे मानसिक शांति मिल रही है।” राकेश ने बताया कि वे आईटी प्रोफेशनल हैं और पिछले 10 वर्षों से विप्रो कंपनी में कार्यरत हैं। उन्होंने डीएम ऑफिस में आवेदन देकर अपने आधार और दस्तावेज़ों में नया नाम अपडेट कराने की मांग की है।
मनीष ने कहा, “हमें हिंदू धर्म अच्छा लगता है। हमने अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन किया है, किसी दबाव में नहीं। अपनी बिरादरी में अब अच्छा नहीं लगता था, इसलिए खुद के निर्णय से नया रास्ता चुना है।”
संत प्रेमानंद जी से मिली प्रेरणा
दोनों युवकों ने कहा कि वे संत प्रेमानंद जी के प्रवचनों और जीवन दर्शन से गहराई से प्रभावित हुए। उनका मानना है कि सनातन धर्म अपनाने से उन्हें आत्मिक सुकून और नई पहचान मिली है।