ट्रंप का चीन पर 100% टैरिफ भारत के लिए स्पष्ट चेतावनी! अमेरिका के सौदे कभी स्थायी नहीं, दुनिया भी हो जाए सतर्क

punjabkesari.in Saturday, Oct 11, 2025 - 04:36 PM (IST)

 Washington: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन पर लगाए गए 100 प्रतिशत टैरिफ ने वैश्विक व्यापार जगत में हलचल मचा दी है। इस कदम के बाद विशेषज्ञों का मानना है कि भारत सहित अन्य देश यह संदेश समझ लें कि अमेरिका के साथ किए गए किसी भी व्यापारिक समझौते को हमेशा स्थायी नहीं माना जा सकता।ट्रंप प्रशासन ने घोषणा की है कि यह टैरिफ 1 नवंबर 2025 से लागू होगा। इसमें चीन से आयात होने वाले कई महत्वपूर्ण उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क लगाया जाएगा। इसके अलावा अमेरिका ने क्रिटिकल सॉफ्टवेयर और तकनीकी उत्पादों पर एक्सपोर्ट कंट्रोल की भी योजना बनाई है।विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को इस स्थिति का लाभ उठाकर स्थिर और विविध व्यापारिक साझेदारी पर ध्यान देना चाहिए। इसके लिए नई नीतियों और रणनीतियों के माध्यम से अमेरिका पर निर्भरता कम करना आवश्यक है।

 

विशेषज्ञों का विश्लेषण
अंतरराष्ट्रीय व्यापार विशेषज्ञ डॉ. अनुराग मेहता ने कहा, “यह अमेरिका का स्पष्ट संदेश है कि वह अपनी आर्थिक और व्यापारिक प्राथमिकताओं के अनुसार किसी भी समय कदम उठा सकता है। भारत को अपने निर्यातकों और उद्योगों को इससे जोड़ते हुए विकल्पी बाजारों और आपूर्ति श्रृंखला में विविधता लाने की आवश्यकता है।”ट्रंप के फैसले का असर भारतीय उद्योग और वैश्विक अर्थव्यवस्था दोनों पर महसूस किया जाएगा। कई भारतीय निर्यातक अमेरिका पर अत्यधिक निर्भर हैं और अब उन्हें वैकल्पिक बाज़ारों की तलाश तेज करनी होगी। इस कदम से चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापार तनाव के कारण एशिया और यूरोप के बाजारों में अस्थिरता भी आ सकती है।

 

अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य
ट्रंप प्रशासन का यह फैसला चीन पर दबाव बढ़ाने के लिए लिया गया है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि चीन Rare Earth मिनरल्स और अन्य महत्वपूर्ण उत्पादों पर नियंत्रक कदम उठा रहा है, जिससे वैश्विक व्यापार और बाजारों में जोखिम बढ़ रहा है। अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि वह दुनिया के अन्य देशों को चीन के एकाधिकार और नियंत्रण से बचाने के लिए निर्णायक कदम उठाएगा। 


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Content Writer

Tanuja

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