ट्रम्प प्रशासन ने भारत के लिए 21 मिलियन डॉलर की USAID फंडिंग रद्द की
punjabkesari.in Saturday, Feb 22, 2025 - 11:33 PM (IST)
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इंटरनेशनल डेस्क : ट्रम्प प्रशासन के डिपार्टमेंट ऑफ मेंटल एफिशिएंसी (DOGE) ने 16 फरवरी को घोषणा की कि उसने भारत में मतदाता मतदान के लिए 21 मिलियन डॉलर की USAID फंडिंग "रद्द" कर दी है। इस पर भारतीय सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा ने विपक्षी कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह भारत की चुनाव प्रक्रिया में बाहरी प्रभाव डालने की कोशिश कर रही है। ट्रम्प ने खुद एक भाषण में कहा, "हमें भारत में मतदाता मतदान के लिए 21 मिलियन डॉलर खर्च करने की क्या ज़रूरत है? ऐसा लगता है कि वे किसी और को जीत दिलवाना चाहते थे।"
लेकिन तथ्यों से यह सामने आया है कि यह फैसला जल्दबाजी में लिया गया हो सकता है। इंडियन एक्सप्रेस द्वारा प्राप्त दस्तावेजों से पता चला है कि 2022 में मंजूर किए गए 21 मिलियन डॉलर बांग्लादेश के लिए थे, न कि भारत के लिए। इसमें से 13.4 मिलियन डॉलर पहले ही बांग्लादेश के छात्रों के लिए वितरित किए जा चुके थे, जिनका उद्देश्य जनवरी 2024 में होने वाले चुनावों में "राजनीतिक और नागरिक जुड़ाव" को बढ़ावा देना था।
इस विवाद का केंद्र दो USAID अनुदान हैं, जो कंसोर्टियम फॉर इलेक्शन एंड पॉलिटिकल प्रोसेस स्ट्रेंथनिंग (CEPPS) के जरिए भेजे गए थे। CEPPS को कुल 5-486 मिलियन डॉलर मिलना था और इनमें से 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग भारत में मतदाता मतदान के लिए रखी गई थी।