एलन मस्क की इधर PM मोदी से "मीठी बातें", उधर भारत को बड़ा झटका ! रोक दी 22 मिलियन डॉलर की फंडिग

punjabkesari.in Sunday, Feb 16, 2025 - 01:58 PM (IST)

Washington: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के बीच ही एलन मस्क  के नेतृत्व वाली डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) ने भारत को बड़ा झटका दिया है। DOGE ने शनिवार को भारत में "मतदाता भागीदारी" के लिए निर्धारित 22 मिलियन डॉलर की राशि को रद्द करने का ऐलान किया। यह कदम उस समय उठाया गया जब DOGE ने अमेरिकी करदाताओं द्वारा खर्च किए जाने वाले कई अन्य फंडिंग को भी रद्द करने का फैसला किया था। DOGE के ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट में बताया गया कि किस प्रकार से अमेरिकी करदाताओं के पैसों का खर्च रद्द किया गया है, जिसमें 21 मिलियन डॉलर का खर्च भारत में मतदाता भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए था। इस राशि को रद्द किए जाने की घोषणा ने खासा ध्यान आकर्षित किया है, क्योंकि यह भारतीय चुनाव प्रक्रिया में बाहरी हस्तक्षेप का आरोप लगाते हुए कुछ लोगों के लिए विवादास्पद हो गया।

 

भाजपा के प्रवक्ता अमित मालवीया ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, "$21 मिलियन का खर्च? यह निश्चित रूप से भारत के चुनावी प्रक्रिया में बाहरी हस्तक्षेप है। इससे किसे फायदा होगा? यह साफ है कि यह केंद्र सरकार के लिए नहीं है।" इसके अलावा, DOGE ने कई अन्य योजनाओं के लिए तय किए गए फंडिंग को भी रद्द कर दिया। इनमें मोजाम्बिक में पुरुषों की स्वैच्छिक चिकित्सा खतना (10 मिलियन डॉलर), मोल्डोवा में समावेशी और भागीदार राजनीतिक प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए 22 मिलियन डॉलर, और बांगलादेश में राजनीतिक परिदृश्य को सशक्त बनाने के लिए 29 मिलियन डॉलर की फंडिंग शामिल हैं। 

ये भी पढ़ेंः- ट्रंप की नई नीतियों से  यूरोप में मची खलबली, यूक्रेन और जर्मनी के उड़े होश ! जेलेंस्की ने लगाई मदद की गुहार
 

DOGE ने यह भी घोषणा की कि इसने विभिन्न देशों के लिए अन्य प्रकार के खर्चों को भी रद्द किया है, जैसे लिबेरिया में मतदाता विश्वास को बढ़ावा देने के लिए 1.5 मिलियन डॉलर, माली में सामाजिक समरसता के लिए 14 मिलियन डॉलर, और दक्षिणी अफ्रीका में समावेशी लोकतंत्र के लिए 2.5 मिलियन डॉलर की फंडिंग को रद्द किया गया है। यह कदम अमेरिकी सरकार द्वारा सरकारी खर्चों को कम करने के प्रयास के तहत उठाया गया है। DOGE का उद्देश्य सरकारी फंडिंग को सुव्यवस्थित करना और उन परियोजनाओं पर खर्चों को नियंत्रित करना है, जिनसे प्रभावी परिणाम नहीं मिल रहे हैं।

ये भी पढ़ेंः-जयशंकर की अमेरिकी सीनेटर को चुनौती, बोले- भारत 80 करोड़ लोगों को भोजन उपलब्ध कराने में समर्थ
 

इसी दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एलन मस्क के बीच हाल ही में हुई बैठक में भारत और अमेरिका के बीच नवाचार, अंतरिक्ष अन्वेषण, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), और टिकाऊ विकास जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की गई थी। बैठक में दोनों नेताओं ने इन क्षेत्रों में संयुक्त प्रयासों को बढ़ाने के लिए अवसरों पर विचार किया। मोदी और मस्क ने संयुक्त रूप से emerging technologies, उद्यमिता और अच्छे शासन को बढ़ावा देने की दिशा में भी बातचीत की। इस बैठक के दौरान मोदी ने भारत में ‘न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन’ की दिशा में हो रहे सुधारों को साझा किया। प्रधानमंत्री ने बैठक के बाद X पर साझा किया, "हमने एलन मस्क से मिलकर भारत और अमेरिका के बीच सहयोग बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा की। हम चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और विकास के क्षेत्रों में मजबूत साझेदारी हो।"


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Tanuja

Related News