दिल्ली में बारिश से ट्रैफिक बेहाल, गाड़ियां घंटों जाम में फंसीं; बिहार में आकाशीय बिजली से 19 की मौत
punjabkesari.in Friday, Jul 18, 2025 - 12:17 PM (IST)

नेशनल डेस्क: गुरुवार देर शाम दिल्ली-एनसीआर में हुई बारिश ने उमस भरी गर्मी से तो राहत दी, लेकिन राजधानी की पुरानी समस्या यानी जलभराव और भयंकर ट्रैफिक जाम को फिर से सामने ला दिया। एम्स-सफदरजंग हॉस्पिटल से लेकर इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक जाने वाले रास्तों पर भारी जलभराव के कारण लंबा जाम लग गया, जिससे यात्रियों को खासी परेशानी हुई। हालात इतने बिगड़ गए कि एयरलाइन कंपनियों को अपने यात्रियों के लिए अलर्ट जारी करना पड़ा।
दूसरी तरफ, बिहार में कुदरत का कहर देखने को मिला, जहां आकाशीय बिजली (ठनका) गिरने से 10 जिलों में 19 लोगों की मौत हो गई।
दिल्ली का मौसम: आज भी बारिश की संभावना, वीकेंड में राहत
मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, दिल्ली और आसपास के इलाकों में आज, 18 जुलाई 2025 को भी बारिश होने की संभावना है। हालांकि, इसके बाद मौसम शांत हो जाएगा। सफदरजंग बेस स्टेशन में 15 मिमी और लोधी रोड मौसम कार्यालय में 17.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसूनी ट्रफ दिल्ली से कुछ दक्षिण की ओर है, जिससे राजधानी में बहुत तेज़ बारिश की संभावना कम है। वीकेंड (शनिवार और रविवार) को मौसम का तेवर नरम रहने की उम्मीद है।
बिहार में प्रकृति का कहर: 19 लोगों की मौत, मुआवजे का ऐलान
बिहार में मानसून पूरी तरह सक्रिय है और कई जिलों में बारिश हो रही है। इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने से भारी नुकसान हुआ है। प्रदेश के 10 जिलों में 19 लोगों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के परिवारों के लिए 4-4 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है।
वहीं, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी भारी बारिश हुई है, जिससे गंगा सहित अन्य नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। निचले इलाकों में पानी घुसने का खतरा भी पैदा हो गया है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की संभावना जताई है।
दक्षिण भारत में मानसून की स्थिति
जुलाई महीने में अब तक दक्षिण भारत में मानसून की बारिश सामान्य से कमजोर बनी हुई है। महीने की शुरुआत में जहां वर्षा की कमी 3% थी, वहीं अब महीने के मध्य तक यह बढ़कर 11% हो गई है। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में वर्षा की कमी और ज्यादा हो गई है। तमिलनाडु में शुरुआत में बारिश की अधिकता थी, लेकिन अब यहां भी स्थिति बिगड़ रही है। केरल में भी हालात खराब हैं, जहां बारिश की कमी -7% से बढ़कर -15% तक पहुंच गई है।
केवल तटीय कर्नाटक में स्थिति बेहतर है। तटीय कर्नाटक और उत्तर केरल में अगले 3 से 4 दिनों के दौरान भारी बारिश की संभावना बन रही है। पश्चिमी घाट के दक्षिणी हिस्से के साथ-साथ बहने वाली पश्चिमी हवाओं ने रफ्तार पकड़ी है और समुद्र तट से टकरा रही हैं, जिसके कारण दक्षिण तटीय कर्नाटक और उत्तरी केरल में अगले 48 घंटों के भीतर बहुत भारी बारिश हो सकती है।
अगले 24 घंटे का पूर्वानुमान
मध्यम से भारी बारिश: उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, केरल और तटीय कर्नाटक के कुछ हिस्सों में।
हल्की से मध्यम बारिश (कुछ जगहों पर भारी): दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और पंजाब में।
हल्की से मध्यम बारिश: तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, बिहार के कुछ हिस्सों, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी हिमालय, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत में।
हल्की बारिश: पश्चिम राजस्थान, गंगीय पश्चिम बंगाल, गुजरात और महाराष्ट्र में।