'कहते थे न सरकारी घर लेंगे न गाड़ी लेंगे, आज 45 करोड़ का शीशमहल खड़ा कर दिया', शाह का AAP पर हमला
punjabkesari.in Saturday, Jan 04, 2025 - 05:48 PM (IST)
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह जी ने आज नई दिल्ली में स्वर्गीय सुषमा स्वराज जी की स्मृति में नए वर्किंग विमेंस हॉस्टल ब्लाक 'सुषमा भवन' का उद्घाटन और मोती बाग में पशु चिकित्सालय का वर्चुअल उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा दिल्ली के विकास के लिए किये गए कार्यों पर विस्तार से चर्चा करते हुए अरविंद केजरीवाल के भ्रष्टाचार के शीशमहल पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री, देश की पूर्व विदेश मंत्री एवं भाजपा की वरिष्ठ नेत्री स्वर्गीय सुषमा स्वराज जी के जीवन, उनके राष्ट्र के प्रति समर्पण और उनके नेतृत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी ने देश के शहरी विकास के लिए एक सशक्त नीतिगत ढांचा तैयार किया, जिससे शहरों का समग्र विकास संभव हो सका। शाह ने कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर आरोप लगाया कि पिछले 10 सालों में दिल्ली के लोगों को विकास से वंचित रखा गया, जबकि अरविंद केजरीवाल ने खुद के लिए शीशमहल खड़ा कर लिया एवं वह सारी सुविधाएं हासिल कर लीं, जिनसे उन्होंने राजनीति में आने से पहले परहेज किया था।
केजरीवाल ने खुद के लिए शीशमहल बनवाया- केंद्रीय गृह मंत्री
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि हाल ही में उनके घर कुछ बच्चे मिले थे। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा किए गए कामों पर चर्चा करते हुए एक बच्चे ने बताया कि केजरीवाल ने अपने रहने के लिए 45 करोड़ रुपये का शीशमहल बनवाया है। शाह ने कहा कि जब केजरीवाल राजनीति में आए थे, तो उन्होंने कहा था कि वे सरकारी गाड़ी और सरकारी बंगला नहीं लेंगे और एक नई तरह की राजनीति करेंगे लेकिन अब उन्होंने 50 हजार गज पर दिल्ली की जनता के 45 करोड़ रुपये से शीशमहल बनवाया। केजरीवाल को इस खर्च का हिसाब दिल्ली की जनता को देना होगा।
इस शीशमहल में 6 करोड़ रुपये के डिजाइनर मार्बल, 6 करोड़ रुपये के मोटर वाले पर्दे, 70 लाख रुपये के ऑटोमेटिक दरवाजे, 64 लाख रुपये के स्मार्ट टीवी, 50 लाख रुपये के कालीन, और 36 लाख रुपये के सजावटी खंभे किसके पैसे से लगाए गए? केजरीवाल ने अपने परिवार के लिए 15 करोड़ रुपये का वाटर सिस्टम लगाया, जबकि दिल्ली की जनता को पानी तक ठीक से नहीं मिल पा रहा है। इस शीशमहल में कुछ चीजें ऐसी भी है, जिसका नाम भी मैंने पहली बार सुना है। अरविंद केजरिवाल को लोगों को बारी-बारी घर बुलाकर, शीशमहल में घुमाना चाहिए, ताकि लोगों को भी पता चले कि दिल्ली का सीएम कहां रहता है।
केजरीवाल दिल्ली के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए कुछ नहीं किया- शाह
शाह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 10 साल में कुछ नहीं किया, जबकि उन्हें इस पर काम करने का पूरा मौका मिला था। लेकिन उन्होंने अपना भवन बनाने पर ध्यान दिया, जबकि इंफ्रास्ट्रक्चर की चिंता नहीं की और ध्यान भटकाने वाले मुद्दों पर आगे बढ़ते गए। अरविंद केजरीवाल अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के प्रोडक्ट हैं। सुषमा स्वराज जी ने यूपीए के 12 लाख करोड़ के घोटालों को उजागर किया और अन्ना हज़ारे ने उसके खिलाफ आंदोलन किया। अन्ना हजारे खुद रालेगांव सिद्धी वापस चले गए, लेकिन केजरीवाल ने एक पार्टी बनाई और मुख्यमंत्री बन गए।
लेकिन मुख्यमंत्री बनकर उन्होंने शराब घोटाले, मोहल्ला क्लिनिक के नाम पर भ्रष्टाचार, दवाओं के दामों पर करप्शन, सोलर स्ट्रीट के नाम पर घोटाला, सीसीटीवी कैमरों में भ्रष्टाचार, बसों की खरीदारी में घोटाला और सबसे बड़ा घोटाला निजी सुविधाओं के लिए शीशमहल बनाने का काम किया। दिल्ली की जनता को इसके बारे में जवाब मिलेगा। केजरीवाल भाजपा पर जो आरोप लगाना चाहते हैं, लगा सकते हैं, मगर इसका फैसला जनता करेगी। लेकिन आप को दिल्ली की जनता को शीशमहल का जवाब जरूर देना होगा।
भाषण में सुषमा स्वराज का जिक्र
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि जब हमारी पार्टी की सांसद बांसुरी स्वराज ने उन्हें इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया था, तब उन्होंने कहा था कि अगर यह छात्रावास कामकाजी महिलाओं के लिए सुषमा जी के नाम पर बनता है, तो वे अवश्य आएंगे। इस भवन में काम करने वाली 80 बहनों के लिए सुरक्षित रहने की सुविधा एक ऐसी नेत्री के नाम से जुड़ रही है, जो हमेशा से संपूर्ण भारत की नारी शक्ति को जागरुक, संगठित और संघर्षशील रहने की प्रेरणा का स्रोत रही हैं। सभी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए सुषमा जी हमेशा पार्टी की एक महान नेत्री के रूप में याद की जाएंगी, लेकिन भारत की संसदीय राजनीति के इतिहास में सुषमा जी एक ऐसी शख्सियत हैं, जो एनडीए के पहले और दूसरे, दोनों सरकारों में महत्वपूर्ण विभागों की मंत्री रहीं। हालांकि, इतिहास सुषमा जी को विदेश मंत्री या स्वास्थ्य मंत्री के रूप में याद नहीं रखेगा। सुषमा जी को इस देश के लोकतांत्रिक इतिहास में हमेशा एक जुझारू विपक्षी नेता के रूप में याद किया जाएगा। सुषमा जी ही थीं, जिन्होंने संसद भवन में UPA-2 के 12 लाख करोड़ रुपए के घोटाले, भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी को उजागर किया था। जब लोकतंत्र में विपक्षी नेता के पद की महत्ता का उदाहरण दिया जाएगा, तो सुषमा जी को जरूर याद किया जाएगा।
विपक्षी नेताओं को सुषमा जी के दिखाए रास्ते पर चलना चाहिए
शाह ने कहा कि ने कहा कि सभी विपक्षी नेताओं को उनके काम का अध्ययन करना चाहिए और सुषमा जी के दिखाए रास्ते पर चलना चाहिए। उन्होंने बताया कि सुषमा जी ने आपातकाल के तुरंत बाद भारतीय जनता पार्टी के साथ काम करना शुरू कर दिया था और पूरे देश में महिला सशक्तिकरण का नारा बुलंद किया। सुषमा स्वराज जी ने भारतीय जनता पार्टी के सिद्धांतों और नीतियों को लोकप्रिय बनाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और मोदी जी की सरकार में विदेश मंत्री के रूप में उन्होंने इसका उत्कृष्ट और जीवंत उदाहरण प्रस्तुत किया। आज उन्हें बहुत खुशी है कि सुषमा स्वराज जी की बेटी, बांसुरी स्वराज उन्हीं के द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलकर आज सांसद हैं। ये खुशी की बात है कि आज सुषमा स्वराज जी के नाम पर उनके केंद्रीय निर्वाचन क्षेत्र में महिला छात्रावास का उद्घाटन किया जा रहा है।
एनडीएमसी ने दिल्ली क्षेत्र में बहुत काम किया
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने सभी बहनों को बधाई और शुभकामनाएं प्रस्तुत करते हुए कहा कि एलजी साहब ने जानकारी दी है कि एनडीएमसी ने करीब 500 कामकाजी महिलाओं के लिए सुरक्षित आवास की व्यवस्था की है और यहां एक और ब्लॉक बनने जा रहा है। यह आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की शहरी विकास की अवधारणा को उजागर करने वाला कदम है। सबको सुरक्षा, सबको सम्मान, उनके सम्मान की रक्षा और समान अवसर प्रदान करने के लिए इस तरह के भवनों की आवश्यकता है, इसलिए आज इसका उद्घाटन किया जा रहा है।
एनडीएमसी ने दिल्ली क्षेत्र में बहुत काम किया है, 2014 में प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी ने इस देश के शहरी विकास को नीतिगत आधार देने का काम किया। देश के अंदर शहरी विकास को एक नीतिगत ढांचा और आधार देने का काम माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया है। मोदी सरकार ने वैश्विक स्तर की सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित किया है और इसे शहरी विकास नीति में एक प्रमुख उपकरण के रूप में शामिल किया है। साथ ही, संचार और सड़क की बेहतरीन कनेक्टिविटी को शहरी विकास नीति का हिस्सा बनाया गया है। आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने शहरी विकास में ई-गवर्नेंस को प्राथमिकता दी। मोदी सरकार ने 100 शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने की योजना बनाई और स्मार्ट सिटी के विकास में डेटा ड्रिवन अप्रोच को शामिल किया, जिससे भविष्य की सोच और दूरगामी दृष्टिकोण से हर क्षेत्र का विकास हुआ। डेटा ड्रिवन अप्रोच के कारण विकास को कागज पर उतारने का काम संभव हुआ।
सुरक्षा के लिए कई शहरों में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बनाए गए और सीसीटीवी कैमरों की एक बड़ी व्यवस्था की गई। इन्हें इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल से जोड़ने का काम पुलिस कमिशनर ऑफिस में किया गया। आने वाले समय में इन सीसीटीवी कैमरों को एआई के जरिए बहुउद्देशीय कार्यों के लिए उपयोग किया जाएगा। अमृत योजना के तहत 1000 किलोमीटर से अधिक मेट्रो नेटवर्क का विस्तार, इलेक्ट्रिक वाहन पहल और पर्यावरण अनुकूल उपाय स्थापित किए जाएंगे। पीएम सूर्याघर योजना के तहत सौर ऊर्जा की शुरुआत, शहरों की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को शहरी विकास नीति के महत्वपूर्ण बिंदु के रूप में पेश किया गया, और इसके लिए स्वच्छ भारत अभियान, शहरी अपशिष्ट प्रबंधन नीति, हरित ऊर्जा, सोलर रूफटॉप जैसी कई पहलें की गईं।
प्रधानमंत्री ने हताश युवाओं को स्किल इंडिया मिशन से जोड़ा
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आजादी के 75 साल बाद तक शासन-प्रशासन ने रेहड़ी-पटरी वालों के लिए कुछ नहीं किया, केवल उन्हें हटाया गया। आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने रेहड़ी-पटरी वालों पर ध्यान दिया और स्वनिधि योजना के माध्यम से उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने के लिए ऋण लेने का अधिकार प्रदान किया। माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने नौकरी के लिए हताश युवाओं को स्किल इंडिया मिशन से जोड़ा। मोदी सरकार की नीतियों के कारण ही आज स्वच्छता रैंक और क्लाइमेट स्मार्ट सिटी ढांचे के कारण सभी शहरों के बीच एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा है। शहरी विकास नीति को रिजल्ट ऑरिएन्टेड और दीर्घकालिक दृष्टि वाला बनाया गया, जिससे भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक विकास रोडमैप तैयार किया गया और हमारे शहर वैश्विक शहरों की सूची में शामिल हो सके। आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने करोड़ों रुपये के इंफ्रास्ट्रक्चर और पीपीपी मॉडल पर हर शहर के विकास को आगे बढ़ाया। दिल्ली में भी काफी काम हुआ, लेकिन हमें काम करने में थोड़ी दिक्कतें आईं। इसका समाधान दिल्ली के लोगों के पास है। पिछले 10 साल में मोदी सरकार ने दिल्ली में 68 हजार करोड़ रुपये के काम कराए हैं। जो लोग हिसाब नहीं देना चाहते और हिसाब मांगने की आदत बना चुके हैं, आज मैं उन्हें पाई-पाई का हिसाब दे रहा हूं।
केंद्र सरकार ने दिल्ली में 41 हजार करोड़ रुपये की सड़कें बनवाईं
शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने दिल्ली में 41 हजार करोड़ रुपये की सड़कें बनवाईं, 15 हजार करोड़ रुपये के रेलवे कार्य किए और एयरपोर्ट और उससे जुड़ी सेवाओं को मजबूत करने के लिए 12 हजार करोड़ रुपये खर्च किए। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से अब केवल 45 मिनट में पहुंचा जा सकता है। 8000 करोड़ रुपये की लागत से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर स्पीड कॉरिडोर बनाया जा रहा है, जो 24 घंटे के सफर को 12 घंटों में पूरा कर देगा। 7500 करोड़ रुपये की लागत से द्वारका एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। 11 हजार करोड़ रुपये की लागत से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे 500 दिन में तैयार किया गया। 920 करोड़ रुपये की लागत से प्रगति मैदान इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर और 30 हजार करोड़ रुपये की लागत से दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस रेल कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। भारत मंडपम में 7000 सीट वाला कन्वेंशन सेंटर और 3000 सीटिंग क्षमता वाला एमपी थिएटर बनाया गया।
5400 करोड़ रुपये की लागत से यशोधभूमि कन्वेंशन सेंटर, 250 करोड़ रुपये की लागत से द्वारका गोल्फ कोर्स, और 92 करोड़ रुपये की लागत से द्वारका स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया गया। मोदी सरकार ने पीएम उदय के तहत 1731 कॉलोनियों को नियमित करने की प्रक्रिया शुरू की और 40 लाख गरीब लोगों को मालिकाना हक देने की योजना बनाई। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत 29,000 घर बनाए गए और 356 करोड़ रुपये की लागत से 3 हजार ईडब्ल्यूएस फ्लैट बनाए गए। दिल्ली विश्वविद्यालय में वीर सावरकर के नाम पर कॉलेज और मोदी सरकार के तहत प्रधानमंत्री संग्रहालय, पुलिस संग्रहालय, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, एक्सपो सेंटर और ऑक्सीजन पार्क भी बनाए गए।
चुनाव में पूरा हिसाब लेकर प्रस्तुत किया जाएगा
इसके साथ ही कई ग्रीन पहलें भी की गईं। यह अधूरा हिसाब है, जो दिल्ली विधानसभा चुनाव में पूरा हिसाब लेकर प्रस्तुत किया जाएगा। लेकिन केजरीवाल जी को यह हिसाब देना चाहिए कि दिल्लीवासियों के लिए उन्होंने क्या किया है। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि भाजपा ने माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में शहरों का विकास आयोजनबद्ध तरीके से किया है और यह सुषमा स्वराज भवन इसका एक उदाहरण है। यहाँ पर सुरक्षा के साथ कामकाजी बहनें और लड़कियाँ रहेंगी, अपने करियर को आकार देंगी और समाज में अपने अस्तित्व को उभारेंगी। शाह ने एनडीएमसी, दिल्ली के एलजी और इस क्षेत्र से सांसद बांसुरी स्वराज को उनके योगदान के लिए धन्यवाद और शुभकामनाएं प्रेषित की।