"ऐसा कोई सगा नहीं जिसे केजरीवाल ने ठगा नहीं": हरदीप पुरी ने ''AAP'' की योजनाओं को बताया छलावा
punjabkesari.in Monday, Dec 30, 2024 - 12:35 PM (IST)
नेशनल डेस्क। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आप संयोजक अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए उनकी योजनाओं को छलावा करार दिया है। पुरी ने कहा, "ऐसा कोई सगा नहीं जिसे केजरीवाल ने ठगा नहीं।"
महिला सम्मान योजना पर सवाल
: पुरी ने दिल्ली सरकार की महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के लिए न तो बजट का प्रावधान किया गया है और न ही इन्हें कैबिनेट की मंजूरी मिली है।
: महिला सम्मान योजना के तहत दिल्ली की महिलाओं को हर महीने ₹2100 देने का वादा किया गया है लेकिन पुरी ने इसे मात्र एक छलावा बताया। उन्होंने कहा, "योजना की घोषणा करना आसान है लेकिन इसे लागू करने के लिए बजट और योजना चाहिए।"
"फॉर्म भरवाकर लोगों को दिया जा रहा है धोखा"
वहीं पुरी ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार योजनाओं के लिए लोगों से फॉर्म भरवा रही है जबकि उनकी मंशा ही सही नहीं है। उन्होंने कहा, "जब कोई योजना नहीं है तो उसका फॉर्म भरवाने का क्या मतलब?"
"पंजाब में अधूरे वादों का बोझ"
पुरी ने कहा कि पंजाब में महिलाओं से ₹1000 प्रति महीने देने का वादा अब तक पूरा नहीं हुआ और अब दिल्ली में ₹2100 की नई योजना लाई जा रही है। यह साफ दर्शाता है कि केजरीवाल सरकार सिर्फ वादों की राजनीति करती है।
"मानसिक संतुलन खो बैठे हैं केजरीवाल"
पुरी ने केजरीवाल पर यह भी आरोप लगाया कि जेल में बिताए समय ने उनका मानसिक संतुलन बिगाड़ दिया है। उन्होंने कहा, "उनका काम केवल राजनीति और व्यवधान करना है। उनकी सरकार के पास अब ज्यादा समय नहीं बचा है।"
'ऑपरेशन लोटस' का आरोप
इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर आरोप लगाया था कि वे "ऑपरेशन लोटस" के तहत मतदाता सूची में हेरफेर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा उनके निर्वाचन क्षेत्र में 5000 वोट हटाने और 7500 नए वोट जोड़ने की कोशिश कर रही है।
"रोहिंग्या को बसाने का आरोप"
पुरी ने केजरीवाल सरकार पर दिल्ली में रोहिंग्या शरणार्थियों को बसाने का आरोप लगाया और कहा कि यह सब वोट बैंक की राजनीति के लिए किया गया है।
2025 चुनावों में भाजपा की जीत का भरोसा
पुरी ने विश्वास जताया कि आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत होगी। उन्होंने कहा, "दिल्ली के नतीजे हरियाणा और महाराष्ट्र जैसे ही होंगे।"
वहीं यह राजनीतिक बयानबाजी आने वाले चुनावों में बढ़ती गहमागहमी का संकेत देती है। अब देखना होगा कि जनता इन आरोप-प्रत्यारोपों को कैसे देखती है।