winter solstice 2019: आज साल का सबसे छोटा दिन और लंबी रात, जानिए क्यों होता है ऐसा
punjabkesari.in Sunday, Dec 22, 2019 - 11:29 AM (IST)

नेशनल डेस्क: 22 दिसंबर यानि आज का दिन कुछ अलग होने वाली है। आज साल का सबसे छोटा दिन होगा और रात सबसे लंबी होगी। इसके बाद से ही सर्दी बढ़ जाएगी। विंटर सोल्सटिस का यह दिन हर साल दिसंबर महीने में आता है इसे शीतकालीन सक्रांति या विंटर सोल्सटाइस कहते हैं। गूगल ने भी इस मौके पर एक प्यारा सा डूडल बनाया है, जिसमें हमारी पृथ्वी और प्यारा सा आइस मैन बेबी दिखाया गया है।
क्या होता है Winter solstice
- शीतकालीन संक्रांति वह क्षण होता है जब पृथ्वी का सूर्य से दूर झुकाव अपने अधिकतम पर होता है और आकाश में सूर्य की अधिकतम ऊंचाई अपने निम्नतम स्तर पर होती है।
- ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन मकर रेखा पृथ्वी के सर्वाधिक निकट होती है। इसी के चलते इस दिन की अवधि कम रहेगी।
- पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध में दिसंबर में (एक बार दिसंबर संक्रांति और मिडविन्टर भी कहा जाता है) और दक्षिणी गोलार्ध में जून में एक बार (जून संक्रांति भी कहा जाता है) एक वर्ष में दो बार शीतकालीन संक्रांति होती है।
- उत्तरी गोलार्ध में शीतकालीन संक्रांति का दिन वर्ष का सबसे छोटा दिन (सबसे कम दिन और सबसे लंबी रात वाला दिन) होता है और हर साल 20 दिसंबर से 23 दिसंबर के बीच होता है।
दो पोल में विभाजित होती है पृथ्वी
- तकनीकी भाषा में समझें तो हमारी पृथ्वी नार्थ और साउथ दो पोल में विभाजित है।
- साल के अंत में 21 दिसंबर को सूर्य पृथ्वी के पास होता है और उसकी किरणें सीधे ही मकर रेखा पर होती हैं।
- चूंकि सूर्य पृथ्वी के निकट होता है इसलिए इसकी उपस्थिति महज 8 घंटों की ही रहती है।
- जैसे ही शाम को सूर्य ढलता है तो वह रात सबसे लंबी रात होती है। यह 16 घंटे की रात होती है।
- यह एक नियमित खगोल घटना है जो कि एक निश्चित समय पर स्वत: घटित होती है।
- इस दिन के बाद से ही जाड़ा शबाब पर चढ़ता है। सूर्य का दक्षिणायन होना इसकी प्रमुख वजह है।
भारत में कब होगा सूर्यास्त
- इस दिन सूर्योदय सुबह 7 बजकर 7 मिनट पर होगा और सूर्यास्त शाम 6 बजकर 6 मिनट पर होगा।
- अनुमान के अनुसार यह दिन 10 घंटे, 59 मिनट और 01 सेकंड की अवधि का रहेगा।
- जहां तक दिन के उजाले की बात है, यह दिन जून संक्रांति की तुलना में 7 घंटे, 24 मिनट कम अवधि का रहेगा।
- भूमध्य रेखा के उत्तर में अधिकांश स्थानों पर, वर्ष का सबसे छोटा दिन इसी तिथि के आसपास होता है।