''मैं तुम्हारे मुंह में तेजाब डाल दूंगा'', TMC नेता के बिगड़े बोल, BJP विधायक को दी धमकी
punjabkesari.in Sunday, Sep 07, 2025 - 12:56 PM (IST)

नेशनल डेस्क : पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के जिला अध्यक्ष अब्दुर रहीम बख्शी एक बार फिर अपने विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में हैं। बख्शी ने बीजेपी विधायक को तेजाब डालने की धमकी दी है। यह पहली बार नहीं है जब बख्शी ने इस तरह की टिप्पणी की हो; इससे पहले भी उन्होंने बीजेपी, सीपीआई (एम), और कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसक बयान दिए थे।
टीएमसी की सभा में भड़काऊ बयान
शनिवार शाम को मालदा में टीएमसी द्वारा आयोजित एक सभा में बख्शी ने यह विवादित टिप्पणी दी। यह सभा अन्य राज्यों में “बंगाली भाषी प्रवासी मजदूरों पर अत्याचार” के विरोध में आयोजित की गई थी। अपने भाषण में बख्शी ने बीजेपी विधायक शंकर घोष का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा। घोष द्वारा विधानसभा में बंगाल के प्रवासी मजदूरों को “रोहिंग्या” या “बांग्लादेशी” कहने वाली टिप्पणी का जिक्र करते हुए बख्शी ने कहा:
“जो बेशर्मी से कहते हैं कि बंगाल के 30 लाख प्रवासी मजदूर जो बाहर काम करते हैं, वो बंगाली नहीं हैं… वे रोहिंग्या हैं, बांग्लादेशी हैं। मैंने तब भी कहा था और आज भी कह रहा हूं अगर मैं तुमसे यह दोबारा सुनूंगा, तो मैं तुम्हारे मुंह में तेजाब डालकर तुम्हारी आवाज जलाकर राख कर दूंगा। तुम्हें पता होना चाहिए कि यह पश्चिम बंगाल है। हम बंगाली तुम्हें बोलने की जगह नहीं देंगे। मैं तुम्हारा चेहरा तेजाब से जला दूंगा।” उन्होंने लोगों से बीजेपी के झंडे फाड़ने और जिले में पार्टी का सामाजिक बहिष्कार करने का भी आह्वान किया।
बीजेपी ने की कड़ी निंदा
बीजेपी ने बख्शी के इस बयान की तीव्र निंदा की है और टीएमसी पर हिंसा और धमकी की संस्कृति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। मालदा उत्तर से बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू ने कहा, “यह टीएमसी की हताशा को दर्शाता है। उनका काम डराना-धमकाना है। मालदा में इस तरह के बयान अब आम हो गए हैं। टीएमसी जिला अध्यक्ष खबरों में बने रहने के लिए ऐसी बातें कहते हैं। अगले विधानसभा चुनाव में हार का डर उन्हें परेशान कर रहा है।” खगेन मुर्मू ने मालदा में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर झूठे पुलिस मामले दर्ज करने के खिलाफ धरना-प्रदर्शन का भी नेतृत्व किया।
ममता बनर्जी की चेतावनी के बावजूद बयान
बख्शी का यह बयान टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी की बार-बार की चेतावनियों के बावजूद आया है। ममता ने हाल ही में एक समीक्षा बैठक में अपनी पार्टी के नेताओं को अपमानजनक या भड़काऊ भाषा से बचने की हिदायत दी थी। उन्होंने कहा था कि गैर-जिम्मेदाराना बयान पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा सकते हैं, खासकर जब राज्य विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। बख्शी का विवादों से पुराना नाता रहा है। इससे पहले भी उन्होंने बीजेपी, सीपीआई (एम), और कांग्रेस नेताओं के खिलाफ “हाथ-पैर काटने” जैसी धमकियां दी थीं। उनके इस ताजा बयान ने एक बार फिर सियासी हलकों में हलचल मचा दी है।