Heavy Rain Alert: मानसून का कहर, नया रिकॉर्ड दर्ज! इस राज्य में 69 साल बाद 285mm बारिश, IMD ने जारी किया अलर्ट
punjabkesari.in Friday, Aug 01, 2025 - 06:28 PM (IST)

नेशनल डेस्क : देश में इस बार मानसून ने जुलाई महीने में अपना पूरा जोर दिखाया है। राजस्थान में इस सीजन जुलाई में 285 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। यह पिछले 69 सालों में सबसे ज्यादा है। इससे पहले साल 1956 में जुलाई महीने में 308 मिलीमीटर बारिश हुई थी। राजस्थान जैसे सूखे और गर्म प्रदेश में इतनी भारी बारिश ने मौसम और जनजीवन दोनों को प्रभावित किया है। जगह-जगह पानी भर गया है और लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि यह असामान्य नहीं है, लेकिन इतनी तेज बारिश का होना एक बड़ी चेतावनी भी है।
मध्यप्रदेश के 10 जिलों में बारिश का कोटा पूरा
मध्यप्रदेश में भी हालात कुछ अलग नहीं हैं। यहां के 10 जिलों में जुलाई महीने का बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। ग्वालियर, गुना, शिवपुरी जैसे जिलों में मूसलधार बारिश हो रही है। गुना जिले में तो लगातार तीन दिन से तेज बारिश हो रही है, जिससे बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। अब तक यहां 150 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। दुर्भाग्यवश इस बारिश में 2 लोगों की जान भी चली गई है। स्थानीय प्रशासन और आपदा राहत टीमें पूरी मुस्तैदी से काम कर रही हैं ताकि किसी और नुकसान को रोका जा सके।
चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर लैंडस्लाइड
हिमाचल प्रदेश में भी बारिश ने तबाही मचाई है। मंडी जिले में पंडोह बांध के पास चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर भारी भूस्खलन (लैंडस्लाइड) हुआ है, जिससे यह हाईवे पूरी तरह बंद हो गया है। मंडी की एसपी साक्षी वर्मा ने बताया कि पिछले कई घंटों से लगातार बारिश हो रही है और इसी कारण लैंडस्लाइड हुआ है। प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं और मलबा हटाने का काम तेजी से जारी है।
अगले कुछ दिन भी भारी: मौसम विभाग का अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शुक्रवार को असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब है कि इन राज्यों में जलभराव, भूस्खलन और बाढ़ की आशंका है। इसके अलावा उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, झारखंड और छत्तीसगढ़ समेत 21 राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है।
अगस्त-सितंबर में सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना
भारतीय मौसम विभाग के डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय मोहापात्रा ने बताया है कि मानसून के दूसरे चरण यानी अगस्त और सितंबर में भी देश के अधिकतर हिस्सों में सामान्य से लगभग 6% ज्यादा बारिश होने की संभावना है। इसका मतलब यह है कि आने वाले दो महीने भी बारिश के लिहाज से बहुत सक्रिय रहेंगे और किसानों, प्रशासन तथा आम लोगों को पहले से सतर्क रहना होगा।