Rare Coin: इस दुर्लभ सिक्के की नीलामी ने मचाई धूम, 4 करोड़ रुपए में बिका

punjabkesari.in Friday, Nov 08, 2024 - 07:47 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दुनिया में कई ऐसी चीजें होती हैं, जो दिखने में सामान्य सी लगती हैं, लेकिन उनकी कीमत इतनी ज्यादा होती है कि हम सोच भी नहीं सकते। ऐसी ही एक कहानी एक सिक्के की है, जिसे बनाने में कुछ सौ या हजार रुपए खर्च हुए होंगे, लेकिन जब वह नीलाम हुआ, तो उसकी कीमत 4 करोड़ रुपए तक पहुंच गई। आइए जानते हैं इस सिक्के की पूरी कहानी।

सिक्के की कहानी
यह सिक्का 1975 में बना था और इसे 20वीं सदी का सबसे दुर्लभ सिक्का माना जा रहा है। यह अमेरिकी डाइम (10 सेंट) सिक्का था, जिसे 1975 में सैन फ्रांसिस्को के टकसाल द्वारा बनाया गया था। इस सिक्के की खास बात यह है कि इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन रूजवेल्ट की तस्वीर है, लेकिन इस सिक्के पर एक विशेषता है जो इसे और भी दुर्लभ बनाती है।

सिक्के की खासियत
सामान्य सिक्कों पर एक 'S' का निशान होता है, जो टकसाल का चिन्ह होता है, लेकिन इस सिक्के पर यह 'S' का चिन्ह नहीं है। यही कारण है कि यह सिक्का इतना दुर्लभ है। पूरी दुनिया में ऐसे सिर्फ दो सिक्के हैं। इस कारण इसे 20वीं सदी का सबसे दुर्लभ सिक्का माना जाता है, और इसकी कीमत काफी ज्यादा हो गई।

नीलामी और कीमत
इस दुर्लभ सिक्के की नीलामी ग्रेट कलेक्शंस नाम की नीलामी एजेंसी ने ऑनलाइन की। नीलामी के बाद यह सिक्का 4.25 करोड़ रुपए में बिका। कैलिफोर्निया स्थित ग्रेट कलेक्शंस के अध्यक्ष इयान रसेल ने बताया कि वह इस सिक्के की नीलामी के सफल होने से बहुत खुश हैं।

पहले किसके पास था सिक्का ?
नीलामी से पहले यह सिक्का ओहियो की तीन बहनों के पास था, जिन्होंने अपनी पहचान गुप्त रखी है। इन बहनों ने बताया कि यह सिक्का उन्हें उनके भाई की मृत्यु के बाद मिला था। उनके भाई और मां के पास दो ऐसे सिक्के थे, जो उन्हें विरासत में मिले थे। 1978 में एक सिक्का 15 लाख रुपए में बेचा गया था, और अब दूसरा सिक्का 4.25 करोड़ रुपए में बिक गया। इस सिक्के की नीलामी से यह साबित होता है कि किसी चीज की कीमत उसकी दुर्लभता और ऐतिहासिक महत्व पर निर्भर करती है, चाहे वह एक सामान्य सा सिक्का क्यों न हो!

 

 


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Content Editor

rajesh kumar

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