5 दिन तो कोई 17 दिन, ये हैं वो बिहार के CM जो 1 साल भी कुर्सी पर नहीं टिक पाए, देखें पूरी लिस्ट
punjabkesari.in Saturday, Sep 13, 2025 - 04:20 PM (IST)

नेशनल डेस्क: बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां काफी ज़ोरों- शोरों से चल रही हैं। जल्द ही इसे लेकर तारीखों का ऐलान भी कर दिया जाएगा। चुनाव के बाद बिहार को अपना सीएम भी मिल जाएगा। इसी बीच अगर हम बिहार के इतिहास पर नज़र डालें तो यहां कुछ ऐसे प्रधानमंत्री भी रहे हैं,जिनका कार्यकाल कुछ ज्यादा लंबा नहीं चल पाया। किसा की समय अवधि 5 दिन तो 13 दिन तक सीएम की कुर्सी पर रहा। आइए जानते हैं कौन से वो सीएम हैं, जिनका बिहार में कार्यकाल सबसे छोटा रहा।
सतीश प्रसाद सिंह:
बिहार के इतिहास में सबसे कम समय तक सीएम रहने का रिकॉर्ड सतीश प्रसाद सिंह के नाम है। साल 1967 में जब बिहार में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी (SSP) का प्रभाव था, तब महामाया प्रसाद सिन्हा के इस्तीफे के बाद 28 जनवरी 1968 को सतीश प्रसाद सिंह को मुख्यमंत्री बनाया गया। लेकिन उनका कार्यकाल महज 5 दिनों का रहा। 1 फरवरी को विधानसभा में विश्वास मत हारने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। बाद में वे राज्यसभा सदस्य भी बने, लेकिन यह उनका सबसे छोटा कार्यकाल था।
भोला पासवान शास्त्री:
सबसे कम कार्यकाल वाले मुख्यमंत्रियों की सूची में दूसरे नंबर पर भोला पासवान शास्त्री हैं। दिलचस्प बात यह है कि वे तीन बार सीएम बने, लेकिन तीनों कार्यकाल मिलाकर भी एक साल पूरा नहीं कर सके।
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पहला कार्यकाल: 22 मार्च 1968 को वह पहली बार मुख्यमंत्री बने और 100 दिनों तक इस पद पर रहे।
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दूसरा कार्यकाल: 22 जून 1969 से 4 जुलाई 1969 तक, वे सिर्फ 13 दिनों के लिए मुख्यमंत्री रहे।
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तीसरा कार्यकाल: 2 जून 1971 को उन्होंने तीसरी बार शपथ ली और 9 जनवरी 1972 तक मुख्यमंत्री रहे।
दीप नारायण सिंह:
तीसरे सबसे कम समय तक मुख्यमंत्री रहे नेता दीप नारायण सिंह हैं। वे बिहार के पहले मुख्यमंत्री श्री कृष्ण सिंह के निधन के बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने थे। 1 फरवरी 1961 को उन्हें राज्यपाल द्वारा नियुक्त किया गया था। उनका कार्यकाल 18 फरवरी 1961 तक रहा, यानी सिर्फ 17 दिनों का। उनका कार्यकाल छोटा इसलिए था क्योंकि उनका मुख्य उद्देश्य राज्य की व्यवस्था को संभालना था, वे स्थायी मुख्यमंत्री नहीं थे।