'मुंबई में घमंडिया मीटिंग हो रही, सभी ने मिलकर 20 करोड़ के घोटाले किए हैं', विपक्षी बैठक पर बीजेपी का हमला
punjabkesari.in Thursday, Aug 31, 2023 - 02:04 PM (IST)

नेशनल डेस्क : विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (I.N.D.I.A) के घटक दलों के नेताओं की दो दिवसीय बैठक आज मुंबई में शुरू होने वाली है। पटना, बेंगलुरू के बाद मुंबई में होने जा रही इस बैठक में गठबंधन के लोगो और सीट बंटवारे को लेकर बड़ा फैसला हो सकता है। वहीं, बीजेपी ने इस बैठक को लेकर विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधा है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने (इंडिया) की आलोचना करते हुए इसे 'स्वार्थी गठबंधन' करार दिया है। पात्रा ने दावा किया कि इसका उद्देश्य अपने सदस्य दलों के शीर्ष पर बैठे परिवारों के हितों को बढ़ावा देना और उनकी रक्षा करना है।
कांग्रेस की ‘मिसाइल' कभी सफल नहीं होगी
भाजपा के खिलाफ अपने एजेंडे को मूर्त रूप देने के लिए मुंबई में 28 विपक्षी दलों की बैठक के बीच सत्तारूढ़ पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस की ‘मिसाइल' कभी सफल नहीं होगी क्योंकि इसमें ईंधन नहीं है। उन्होंने देश के ऐतिहासिक चंद्रयान-3 मिशन की पृष्ठभूमि में संवाददाताओं से कहा कि भाजपा का चंद्रयान 2024 के लोकसभा चुनाव में तीसरी बार सफलतापूर्वक उतरेगा क्योंकि इसे विकास से बल मिला है। संबित पात्रा ने तंज कसते हुए कहा कि मुंबई में घमंडिया बैठक हो रही है। उन्होंने कहा कि ये मजबूती नहीं मजबूरी का गठबंधन है।
20 लाख करोड़ रुपए के घोटाले किए
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘‘इंडिया' गठबंधन में जिस न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) पर चर्चा हो रही है, वह वास्तव में भ्रष्टाचार से अधिकतम लाभ कमाने के बारे में है क्योंकि ये सभी पार्टियां मिलकर 20 लाख करोड़ रुपए से अधिक के घोटालों में शामिल हैं।'' उन्होंने कहा कि उनका (विपक्षी गठबंधन) दूसरा उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक स्थिर और विकास समर्थक सरकार को झटका देना है।
यह ‘म्यूजिकल चेयर्स' के खेल जैसा है
पात्रा ने कहा कि विपक्ष का साथ आने का प्रयास ‘म्यूजिकल चेयर्स' के खेल जैसा है और ये दल हर चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ जुट जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह स्थिति तब है जब उनका गठबंधन प्रधानमंत्री पद के चेहरे को लेकर आपसी लड़ाई और एक-दूसरे को नीचा दिखाने के लिए तैयार है। उन्होंने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी और लालू प्रसाद यादव जैसे नेताओं के लिए देश के विकास से ज्यादा महत्वपूर्ण राजनीति में अपने बच्चों का भविष्य संवारना है। उन्होंने दावा किया कि उनका लक्ष्य ‘अधिकतम परिवारवाद' है। उन्होंने कहा कि गठबंधन के पास न तो नीति है, न नीयत है और न ही कोई नेता है।