"आतंकवादी हमलों में अभी तक 20,000 भारतीय मारे गए" : भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान पर साधा निशाना
punjabkesari.in Saturday, May 24, 2025 - 01:29 PM (IST)

इंटरनेशलन डेस्क: संयुक्त राष्ट्र में भारत ने पाकिस्तान को जमकर आड़े हाथों लिया। भारत ने साफ कहा कि आतंकवाद के वैश्विक केंद्र पाकिस्तान ने पिछले 40 वर्षों में 20,000 से ज्यादा भारतीयों की जान ली है और अब वह "पानी जीवन है" जैसे भावनात्मक शब्दों की आड़ में खुद को मासूम दिखाने की कोशिश कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पर्वतनेनी हरीश ने पाकिस्तान को खुली चुनौती देते हुए कहा कि जब तक वह सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता, तब तक 1960 की सिंधु जल संधि स्थगित रहेगी।
पहलगाम हमला और सिंधु संधि का निलंबन
भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव की वजह बना 23 अप्रैल का पहलगाम आतंकी हमला, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। जांच में स्पष्ट हुआ कि हमले के तार सीमा पार से जुड़े हुए हैं। इसके तुरंत बाद भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया। यह वही संधि है जो 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच एक दोस्ताना समझौते के तहत हुई थी, जिसमें भारत ने ऊपरी तटीय देश होने के बावजूद उदारता दिखाई थी।
भारत ने चार बिंदुओं में पाकिस्तान को किया बेनकाब
राजदूत हरीश ने चार प्रमुख बिंदुओं के माध्यम से पाकिस्तान की दोहरी नीति और संधि उल्लंघन को उजागर किया। भारत ने संधि को भावना और मित्रता के साथ निभाया, लेकिन पाकिस्तान ने पिछले चार दशकों में इसका बार-बार उल्लंघन किया। हरीश ने बताया कि 20,000 से ज्यादा भारतीय आतंकवादी हमलों में मारे गए, फिर भी भारत ने हमेशा संयम बरता। भारत की सुरक्षा आवश्यकताओं, जलवायु परिवर्तन और बढ़ती ऊर्जा मांगों को देखते हुए जल प्रबंधन ढांचे में बदलाव जरूरी था। कुछ पुराने बांध अब सुरक्षा जोखिम बन चुके हैं, लेकिन पाकिस्तान ने हर संशोधन का विरोध किया है। भारत ने पिछले दो वर्षों में कई बार पाकिस्तान से संशोधन और बातचीत की अपील की लेकिन पाकिस्तान ने बार-बार इनकार किया और भारत के वैध अधिकारों में अड़चन डाली। राजदूत हरीश ने कहा कि जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद का समर्थन समाप्त नहीं करता, सिंधु जल संधि पर आगे कोई बात नहीं होगी। उन्होंने साफ कहा "संधि का असली उल्लंघन पाकिस्तान कर रहा है।"