सरदारपुर विधानसभा से भाजपा के तीन बड़े चेहरे, युवा नेता भूदेव के साथ ओबीसी को साधने की तैयारी, सीनियर के टिकट पर संशय
punjabkesari.in Friday, Sep 08, 2023 - 08:16 PM (IST)

नेशनल डेस्क: राजस्थान विधानसभा का चुनावी अपने चरम पर है। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए भी इस बार प्रदेश से ज्यादा सीट बचाने के प्रयास में लगे हुए हैं। क्योंकि इस बार सीएम अशोक गहलोत की विधानसभा सीट सरदारपुरा में बड़े बड़े दिग्गज ताल ठोंक रहे हैं, भाजपा की ओर से ताल ठोकने वाले 3 बड़े प्रत्याशी जिनमें राजेन्द्र गहलोत, महेंद्र राठौड़ और भूदेव देवड़ा प्रमुख नाम हैं। हालांकि इसमें से दो बड़े नाम बहुत सीनियर हो चुके हैं। जिन्हें उतारकर सीएम अशोक गहलोत के सामने भाजपा अपना गेम नहीं बिगाड़ना चाहेगी, जबकि ओबीसी बिरादरी से आने वाले युवा नेता पर दांव खेलने की चर्चाएँ आम हैं।
72 की उम्र पार कर चुके राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत लाइन में सबसे आगे
जोधपुर के रहने वाले राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत भी इस बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को टक्कर देने का मूड बना चुके हैं। राजेंद्र गहलोत मूलतः संघ से आते हैं। इनका चुनावी अनुभव और संघ परिवार से नजदीकी इनका प्लस पॉइंट है, पूर्व की भाजपा सरकार में ये मंत्री भी रह चुके हैं। इनकी नेताओं के बीच अच्छी पकड़ का फायदा अक्सर ही मिलता है। लेकिन बढ़ती हुई उम्र ही इनका बैड पॉइंट भी है, भाजपा में 70 पार कर चुके नेताओं को लेकर पार्टी के अंदर संशय बना हुआ है। ऐसे में 72 की उम्र से आगे चल रहे राजेंद्र गहलोत को टिकट मिलने की संभावना पर अभी प्रश्न चिन्ह ही है।
महेंद्र सिंह राठौड़ सबसे पुराने और वरिष्ठ नेता
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सीट पर चुनाव को लेकर भाजपा की ओर से एक नाम और भी चर्चा में है जो कि राजघराने से ताल्लुक रखता है, महेंद्र सिंह राठौड़ भाजपा के पुराने नेताओं में से एक हैं जो कि सांसद भी रह चुके हैं। लेकिन इनको लेकर भी संशय बना हुआ है, क्योकि इनकी स्थिति भी भाजपा के वरिष्ठतम नेताओं में है ऐसे में टिकट लेकर सीएम अशोक गहलोत के सामने कितना बेहतर प्रबंधन कर पाएंगे इसे कुछ कहा नहीं जा सकता है।
भूदेव देवड़ा युवा नेता और बड़े बिजनेसमैन
भूदेव देवड़ा के राजनीतिक हनक की बात करें तो इनके भाजपा आलाकमान से अच्छे संबंध हैं। जबकि जातिगत आधार पर देखें तो ये माली समाज से आते हैं यानी ओबीसी वर्ग से आने वाले भूदेव को लेकर पार्टी का जातिगत समीकरण एकदम फिट बैठता है। भूदेव देवड़ा की उम्र के हिसाब से देखें तो इनका असर जोधपुर में युवाओं के बीच ज्यादा है, जबकि एक पेशेवर व्यापारी होने से पूरे राजस्थान में इनकी स्वीकार्यता व्यापारियों के बीच में भी काफी अधिक है।