दुनिया की सबसे बड़ी आदियोगी भगवान शिव की प्रतिमा, गिनीज बुक में दर्ज हुआ नाम

punjabkesari.in Tuesday, May 16, 2017 - 10:52 AM (IST)

तमिलनाडु के कोयंबटूर के बाहरी इलाके में ईशा योग फाउंडेशन में स्थित आदियोगी भगवान शिव की 112 फुट की आवक्ष प्रतिमा को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने दुनिया की सबसे बड़ी आवक्ष प्रतिमा के रूप में दर्ज किया है। इसकी घोषणा गिनीज ने अपनी वेबसाइट पर की। पीएम नरेंद्र मोदी ने इसी साल 24 फरवरी को ईशा योग फाउंडेशन में भगवान शिव की 'आदियोगी' प्रतिमा का उद्घाटन किया था। 
PunjabKesari
भगवान शिव की यह प्रतिमा 112.4 फीट उंची, 24.99 मीटर चौड़ी और 147 फुट लंबी है। जिसका 11 मार्च, 2017 को अनावरण किया गया था। यह प्रतिमा मुक्ति का प्रतीक है और उन 112 मार्गों को दर्शाता है, जिनसे इंसान योग विज्ञान के जरिए अपनी परम प्रकृति को प्राप्त कर सकता है। 
PunjabKesari
कहा जाता है कि भगवान शिव के चेहरे के डिजाइन को तैयार करने के लिए करीब ढाई साल लगे और ईशा फाउंडेशन की टीम ने इसे 8 महीने में पूरा किया। इस प्रतिमा को स्टील से बनाया गया है और धातु के टुकड़ों को जोड़कर इसे तैयार किया गया है। भगवान शिव प्रतिमा का वजन 500 टन है।
PunjabKesari
शिव की सवारी नंदी बैल को भी बड़े खास तरीके से तैयार किया गया है। धातु के 6 से 9 इंच बड़े टुकड़ों को जोड़कर नंदी का ऊपरी हिस्सा तैयार किया गया है। इसके अंदर तिल के बीज, हल्दी, पवित्र भस्म, विभूति, कुछ खास तरह के तेल, थोड़ी रेत, कुछ अलग तरह की मिट्टी भरी गई है। प्रतिमा के अंदर 20 टन सामग्री भरी गई है और फिर उसे सील कर दिया गया। कहा जाता है कि भगवान शिव की इस प्रतिमा को देखने के लिए हर रोज हजारों श्रद्धालु यहां आते हैं। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News