एशिया की सबसे मोटी महिला को मिली नई जिंदगी, अब 300 से 84 किलो हुआ वजन

punjabkesari.in Friday, May 10, 2019 - 01:52 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मोटापा कई बिमारियों का घर तो होता ही है, साथ ही यह लोगों के लिए हंसी का पात्र भी बन जाता है। मोटापा का शिकार लोगों को कई तरह की बातें सुननी पड़ती है। ऐसा ही कुछ हुआ था मुंबई की 42 साल की अमिता राजानी के साथ जो बढ़े हुए वजन के कारण 10 सालों तक घर से नहीं निकल पाई थी। लेकिन अब उन्हे नई जिदंगी मिल गई है और पिछले 4 साल में उनका वजन 300 किलो से घटकर मात्र 86 किलो रह गया है। 
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जन्म के समय अमिता का वजन सिर्फ 3 किलो था। लेकिन बड़े होने के साथ साथ उसका वजन भी तेजी से बढ़ने लगा। 16 वर्ष की उम्र में उनका वजन 126 किलो हो गया था। इंग्लैंड और भारत के प्रमुख इंडोक्रोनोलॉजिस्ट भी  उनके मोटापे का कारण नहीं ढूंढ पाए। मोटापे के कारण उन्हे सुपर मॉर्बिड ओबेसिटी के साथ ही कोलेस्ट्रॉल, गुर्दे की अक्रियाशीलता, टाइप-2 डायबिटीज और सांस लेने में परेशानी सहित कई बीमारियां हो गई। 
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आखिर में मुंबई के लीलावती अस्पताल के डॉ. शशांक शाह ने सर्जरी कर उन्हें मोटापे से बाहर निकालने में मदद की। 2015 में उसकी पहली मेटाबॉलिक सर्जरी की गई। जब वह पहली बार जांच के लिए अस्पताल आईं थीं तो उन्हें ऑपरेशन थियेटर तक ले जाने के लिए 20 लोगों की मदद लेनी पड़ी थी। इसके बाद अमिता का वजन कुछ घटा और वह बिना किसी की मदद के चलने फिरने लगी। इसके बाद 2017 में उसकी दूसरी गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी की गई। 
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डॉ. शशांक शाह ने बताया कि वजन कम करने के लिए अमिता की दो सर्जरी हुई- पहले स्लीव गैस्ट्रेक्टॉमी और उसके बाद दूसरी गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी। अमिता के अत्यधिक बढ़े वजन के कारण उनकी शारीरिक क्रिया बिलकुल बंद हो गई थी। मेटाबॉलिक सर्जरी के बाद से उनकी हालत में कुछ सुधार नजर आने लगे थे और वजन भी काफी कम हो गया था। दूसरी सर्जरी के समय उनका वजन 140 किलो था। अब अमिता को नई जिंदगी मिल गई है। वो ना सिर्फ अपनी नई पहचान के साथ खुशहाल जिंदगी जी रही है बल्कि बेहतर भी महसूस कर रही हैं। 


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vasudha

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