अगले साल तक तैयार होगा सेना के थिएटर कमांड बनाने का रोडमैप, जानें क्या है यह योजना

punjabkesari.in Sunday, Nov 07, 2021 - 05:11 PM (IST)

नई दिल्लीः भारत के अगले साल के मध्य तक महत्वाकांक्षी थिएटर कमान को शुरू करने के लिए रूपरेखा तैयार करने की संभावना है। इन थिएटर कमानों से सेना के संसाधनों का अधिकतम इस्तेमाल होगा और देश की युद्धक क्षमताएं बढ़ेंगी। इस योजना से परिचित लोगों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि थिएटर कमान के असल में काम शुरू करने में दो से तीन साल लग सकते हैं।

योजना के अनुसार, प्रत्येक थिएटर कमान में सेना, नौसेना और वायु सेना की ईकाइयां होंगी और प्रत्येक कमान एक संचालनात्मक कमांडर के तहत विशेष भौगोलिक क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों पर नजर रखने वाली एक ईकाई के तौर पर काम करेंगी। अभी सेना, नौसेना और वायु सेना की अलग-अलग कमान हैं। शुरुआत में वायु रक्षा कमान और समुद्री थिएटर कमान बनाने की योजना बनायी गयी।

तीनों सेनाओं की क्षमताओं को एकीकृत करने और उनके संसाधनों का अधिकतम इस्तेमाल सुनिश्चित करने के लिए थिएटर कमान की योजना बनायी जा रही है। उपरोक्त जानकारी देने वाले लोगों ने बताया कि हाल में सैन्य मामलों के विभाग ने तीनों सेनाओं से अप्रैल तक प्रस्तावित थिएटर कमान पर अपना अध्ययन पूरा करने के लिए कहा है ताकि नए ढांचे बनाने की योजना में तेजी लायी जा सकें।

एक व्यक्ति ने कहा, ‘‘थिएटर कमान शुरू करने की योजना के क्रियान्वयन के लिए रूपरेखा के अगले साल के मध्य तक तैयार होने की संभावना है।'' प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत तीनों सेनाओं के एकीकरण की रूपरेखा पर काम कर रहे हैं। भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए तीनों सेनाओं के प्रमुखों के बीच तालमेल बैठाने के लिए थिएटर कमान बनायी जा रही हैं। इसके अलावा, सेना एकीकृत युद्ध समूहों (आईबीजी) पर भी काम कर रही है ताकि उसकी युद्धक क्षमताएं बढ़ायी जा सकें। आईबीजी में तोपखाने की बंदूकें, टैंक, वायु रक्षा और साजोसामान शामिल होंगे।

क्या है थिएटर कमांड?
थिएटर कमांड्स का सबसे सही उपयोग युद्ध के दौरान तब होता है, जब भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए तीनों सेना प्रमुखों के बीच समन्वय समन्वय होती है। युद्ध के मौके पर तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बनाए रखने के लिए ये कमांड बेहद उपयोगी होता है। यहां से बनी रणनीतियों के अनुसार दुश्मन पर अचूक वार करना आसान हो जाता है। बता दें कि अभी देश में करीब 15 लाख सशक्त सैन्य बल है। इन्हें संगठित और एकजुट करने के लिए थिएटर कमांड की जरूरत है।


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Content Writer

Yaspal

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