DMV Scam: एक क्लिक में खाली हो सकता है अकाउंट, जानिए कैसे बचें इस खतरनाक फिशिंग ठगी से

punjabkesari.in Thursday, Jun 19, 2025 - 11:12 AM (IST)

नेशनल डेस्क: तकनीक के इस दौर में जहां स्मार्टफोन ने हमारी जिंदगी आसान बनाई है, वहीं साइबर ठगों ने इसे ठगी का हथियार भी बना लिया है। DMV स्कैम एक नया फिशिंग फ्रॉड है, जिसमें आपके फोन पर एक ऐसा मैसेज आता है जो देखने में बिल्कुल असली लगता है। इसमें आमतौर पर लिखा होता है कि आपने ट्रैफिक नियम तोड़ा है, या आपकी गाड़ी से जुड़ी कोई कार्रवाई लंबित है। इस मैसेज में एक लिंक होता है जिस पर क्लिक करने पर आप एक नकली वेबसाइट पर पहुंच जाते हैं। इस वेबसाइट पर आपसे बैंक अकाउंट, क्रेडिट कार्ड या व्यक्तिगत जानकारी भरने को कहा जाता है। लेकिन हकीकत यह होती है कि आप खुद को एक साइबर जाल में फंसा चुके होते हैं।

स्कैमर्स कैसे भेजते हैं असली दिखने वाले मैसेज?

DMV स्कैम में फर्जी मैसेज में ".gov" जैसे सरकारी डोमेन नाम का उपयोग किया जाता है, जिससे यह लगे कि यह किसी सरकारी विभाग (जैसे भारत में परिवहन विभाग या अमेरिका में डिपार्टमेंट ऑफ मोटर व्हीकल्स) से आया है। लेकिन जैसे ही आप लिंक पर क्लिक करते हैं, आपकी डिवाइस पर मालवेयर डाउनलोड हो सकता है जो आपके फोन में मौजूद संवेदनशील डाटा को चोरी कर लेता है।

कितनी तेजी से फैल रहा है ये स्कैम?

हाल ही में एक रिपोर्ट में बताया गया कि जून 2025 में अमेरिका में ऐसे फर्जी मैसेज 700% तक बढ़ गए हैं। माना जा रहा है कि इस स्कैम को चीन से ऑपरेट किया जा रहा है। एक अकेला स्कैमर दैनिक 20 लाख मैसेज भेज सकता है और महीनों में करोड़ों लोगों को निशाना बना सकता है। यह खतरा अब सिर्फ अमेरिका तक सीमित नहीं है – भारत में भी मिलते-जुलते स्कैम सामने आ रहे हैं।

आपके एक क्लिक से क्या हो सकता है?

  • बैंक अकाउंट खाली हो सकता है

  • डेबिट और क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स लीक हो सकती हैं

  • फोन में वायरस या मालवेयर इंस्टॉल हो सकता है

  • आपकी पहचान का दुरुपयोग हो सकता है

कैसे बचें DMV जैसे स्कैम से?

फर्जी मैसेज से सतर्क रहें
अगर किसी अनजान नंबर से ट्रैफिक चालान, पंजीकरण या सरकारी कार्रवाई से जुड़ा मैसेज आता है, तो बिना सोचे लिंक पर क्लिक न करें।

सरकारी वेबसाइट पर ही भरोसा करें
किसी भी जानकारी के लिए सीधे संबंधित सरकारी वेबसाइट या आधिकारिक एप का उपयोग करें।

लिंक को गौर से देखें
सरकारी वेबसाइट में आमतौर पर https:// के बाद gov.in या nic.in जैसे डोमेन होते हैं। अगर कोई अजीब URL हो, तो वह नकली हो सकता है।

सुरक्षा सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें
अपने फोन में अच्छा एंटीवायरस या मोबाइल सिक्योरिटी एप रखें और उसे समय-समय पर अपडेट करते रहें।

OTP और पासवर्ड न दें
कोई भी संस्था आपसे फोन या मैसेज पर OTP, UPI पिन, पासवर्ड नहीं मांगती। अगर कोई ऐसा करता है, तो वह स्कैम हो सकता है।

शेयर करें जानकारी
इस तरह के स्कैम से खुद बचें और परिवार व दोस्तों को भी जागरूक करें। खासतौर पर बुजुर्गों को, जो टेक्नोलॉजी के मामले में थोड़ा कम सजग होते हैं।

भारत में भी इस तरह के स्कैम हो चुके हैं वायरल

हाल ही में भारत में "Paytm KYC स्कैम", "EPFO लिंक स्कैम", "सिम कार्ड ब्लॉकिंग स्कैम" जैसे फर्जी टेक्स्ट मैसेज से जुड़ी घटनाएं सामने आई हैं। इनमें एक समान बात यही है कि लिंक पर क्लिक करवाकर आपकी जानकारी चुराई जाती है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Ashutosh Chaubey

Related News