सावधान! बिना OTP शेयर किए भी खाली हो सकता है आपका बैंक अकाउंट, भूलकर भी मत कर देना ये गलती
punjabkesari.in Saturday, Dec 27, 2025 - 01:34 PM (IST)
नेशनल डेस्क : जैसे-जैसे दुनिया डिजिटल होती जा रही है, ऑनलाइन फ्रॉड के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं। आमतौर पर सलाह दी जाती है कि किसी अनजान व्यक्ति के साथ OTP, बैंक डिटेल या लिंक पर क्लिक न करें। लेकिन अब एक नया तरीका सामने आया है, जिसे जंप्ड डिपॉजिट (Jumped Deposit) कहा जा रहा है, जिसमें OTP शेयर किए बिना या कोई ऐप डाउनलोड किए बिना आपका अकाउंट खाली किया जा सकता है।
क्या है जंप्ड डिपॉजिट फ्रॉड? (Jumped Deposit Fraud)
इस फ्रॉड में आपका फायदा उठाने के लिए अपराधी यह दर्शाते हैं कि आपके अकाउंट में गलती से पैसे जमा हो गए हैं। उदाहरण के लिए, आपको मैसेज आता है कि आपके अकाउंट में ₹5,000 क्रेडिट हो गए हैं। इसके बाद अपराधी आपको कॉल या मैसेज करके कहते हैं कि 'कृपया चेक करें और पैसे वापस करें।'
आपको एक लिंक भेजा जाता है और आपसे कहा जाता है कि बैलेंस चेक करें या पैसे रिवर्सल के लिए भेजें। जैसे ही आप लिंक पर क्लिक करते हैं, यह सीधे आपके UPI ऐप (Google Pay, PhonePe आदि) पर खुल जाता है। अगर आप PIN डालते हैं, तो सिर्फ उस ₹5,000 की जगह ₹50,000 या उससे अधिक रकम आपके अकाउंट से कट जाती है।
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रिवर्सल रिक्वेस्ट का हो रहा है फायदा
तमिलनाडु और साइबराबाद की साइबर विंग्स ने बताया कि अपराधी रिवर्सल रिक्वेस्ट का फायदा उठाते हैं। NPCI (National Payments Corporation of India) के नियमों के अनुसार, अगर किसी अकाउंट में गलती से पैसे चले जाते हैं, तो उन्हें वापस पाने के लिए रिक्वेस्ट की जा सकती है।
साइबर क्रिमिनल्स बड़ी रकम के लिए रिवर्सल रिक्वेस्ट जेनरेट करते हैं और इसे बैलेंस चेक लिंक के पीछे छिपा देते हैं। जैसे ही यूजर अपने अकाउंट में पैसे देखने की कोशिश करता है और PIN डालता है, वह अनजाने में बड़ी रकम के लिए रिक्वेस्ट अप्रूव कर देता है।
इस फ्रॉड से कैसे बचें?
- अगर अकाउंट में पैसे क्रेडिट भी हो जाएं, तो घबराएं नहीं और जल्दबाजी न करें।
- ऐसे किसी मैसेज के बाद कम से कम 30 मिनट तक अपना UPI ऐप न खोलें। इससे लिंक इनवैलिड हो जाएगा।
- अपना बैलेंस कभी भी किसी अनजान लिंक से चेक न करें। हमेशा सीधे ऐप के जरिए ही चेक करें।
- अगर गलती से लिंक खोल लिया और शक हो, तो PIN न डालें।
- अगर कोई कहे कि पैसे गलती से आपके अकाउंट में चले गए हैं, तो सीधे बैंक से संपर्क करें और केवल बैंक प्रोसेस के जरिए ही पैसे वापस आने दें।
विशेषज्ञ की सलाह
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के फ्रॉड में अपराधी आपकी ईमानदारी और जल्दबाजी का फायदा उठाते हैं। इसलिए डिजिटल लेन-देन में सावधानी और समय लेना सबसे बड़ा बचाव है।
