एक SMS और खाली हो सकता है आपका बैंक अकाउंट! TRAI की चेतावनी, जानिए असली‑नकली मैसेज की पहचान

punjabkesari.in Monday, Dec 22, 2025 - 11:52 AM (IST)

नेशनल डेस्क: आज के डिजिटल दौर में साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए हर दिन नए तरीके अपना रहे हैं। कभी इनाम का लालच, तो कभी अकाउंट बंद होने का डर—एक छोटा सा फर्जी SMS बड़ी मुसीबत बन सकता है। इसी बढ़ते खतरे को देखते हुए भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) ने आम लोगों को सतर्क करने के लिए अहम जानकारी साझा की है, जिससे आप असली और नकली मैसेज में फर्क कर सकें।

हर SMS भरोसेमंद नहीं होता

TRAI ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बताया है कि देखने में ऑफिशियल लगने वाला हर मैसेज असली नहीं होता। कोई भी व्यक्ति या गिरोह सरकारी या बैंक जैसे मैसेज की नकल कर सकता है। लेकिन कुछ खास संकेतों से आप यह पहचान सकते हैं कि मैसेज जेनुअन है या फर्जी।

मैसेज हेडर से करें पहचान

TRAI के मुताबिक, असली SMS के हेडर (Sender ID) के आखिर में कुछ खास अक्षर होते हैं, जो मैसेज की कैटेगरी बताते हैं—

  • P – प्रमोशनल मैसेज

  • S – सर्विस से जुड़ा मैसेज

  • T – ट्रांजैक्शन से संबंधित

  • G – सरकारी मैसेज

अगर मैसेज के हेडर में इनमें से कोई सही कैटेगरी दिखती है, तो उसके असली होने की संभावना ज्यादा होती है।

साइबर ठग कैसे फंसाते हैं लोगों को

ठग अक्सर ऐसे मैसेज भेजते हैं जो आपको डराने या लालच देने के लिए बनाए जाते हैं, जैसे—

  • “आज ही KYC अपडेट करें, वरना अकाउंट बंद हो जाएगा”

  • “आपने ₹10 लाख की लॉटरी जीती है”

  • “आपका कार्ड डिस्पैच हो चुका है”

ऐसे मैसेज में आमतौर पर एक अजीब या संदिग्ध लिंक होता है, जो आपको नकली वेबसाइट पर ले जाता है।

निजी जानकारी मांगना सबसे बड़ा खतरा

फर्जी लिंक पर क्लिक करने के बाद आपसे बैंक डिटेल्स, कार्ड नंबर, CVV, पिन या OTP जैसी संवेदनशील जानकारी मांगी जाती है। कई बार ठग कॉल करके भी खुद को बैंक अधिकारी बताने की कोशिश करते हैं और धीरे‑धीरे लोगों को अपने जाल में फंसा लेते हैं।

 क्या करें, क्या न करें

  • किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें

  • OTP, पिन या बैंक डिटेल्स किसी से शेयर न करें

  • डर या लालच वाले मैसेज को तुरंत शक की नजर से देखें

  • जरूरत पड़े तो सीधे बैंक या संबंधित कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट/कस्टमर केयर से संपर्क करें

 सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव

साइबर ठगी से बचने का सबसे असरदार तरीका है—जागरूक रहना। असली और नकली मैसेज की पहचान सीखकर आप न सिर्फ अपना पैसा, बल्कि अपनी डिजिटल सुरक्षा भी बचा सकते हैं। एक छोटी सी सावधानी आपको बड़े नुकसान से बचा सकती है।


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Content Editor

Anu Malhotra

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