भारत में 2018 से तेंदुओं की आबादी में हुआ आठ फीसदी का इजाफा, बढ़कर 13,874 पर पहुंचा आंकड़ा

punjabkesari.in Thursday, Feb 29, 2024 - 11:01 PM (IST)

नेशनल डेस्कः भारत में तेंदुए की अनुमानित संख्या 2022 में बढ़कर 13,874 हो गई जो 2018 में 12,852 थी। लेकिन शिवालिक पहाड़ियों और उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में तेंदुए की संख्या में गिरावट आई है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव द्वारा जारी की गई "भारत में तेंदुओं की स्थिति" रिपोर्ट में कहा गया है कि मध्य प्रदेश में देश में तेंदुओं की अधिकतम संख्या 3,907 (2018 में 3,421) है। महाराष्ट्र में तेंदुओं की संख्या 2018 में 1,690 थी जो 2022 में बढ़कर 1,985 हो गई जबकि कर्नाटक में 1,783 से बढ़कर 1,879 और तमिलनाडु में 868 से बढ़कर 1,070 हो गई। 

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "मध्य भारत में तेंदुए की आबादी स्थिर या थोड़ी बढ़ रही है (2018 में 8,071 के मुकाबले 2022 में 8,820); वहीं शिवालिक पहाड़ियों और मैदानी इलाकों में गिरावट देखी गई।'' इस क्षेत्र में तेंदुए की संख्या 2018 में 1,253 थी जो 2022 में 1,109 हो गई। बयान में कहा गया है, "शिवालिक पहाड़ियों और गंगा के मैदानी इलाकों में, प्रति वर्ष 3.4 प्रतिशत की दर से संख्या में गिरावट हुई है।" 

यादव ने कहा कि रिपोर्ट में संरक्षित क्षेत्रों के बजाय संरक्षण प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में, यह संरक्षण यात्रा एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य के लोकाचार का प्रतीक है।”

रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले चार वर्षों में तेंदुए की आबादी "स्थिर" बनी हुई है, जो "न्यूनतम वृद्धि" का संकेत देती है। जंगली इलाकों में मानवीय गतिविधियों से बाघों की तुलना में तेंदुए की आबादी प्रभावित होने की आशंका है। रिपोर्ट के अनुसार अवैध शिकार की वर्तमान प्रवृत्ति के बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन यह संख्या में स्थिरता का संभावित कारण प्रतीत होती है।


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Pardeep

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