इंटरव्यू में पहुंची भीड़ का वायरल हुआ था वीडियो, विपक्ष ने बनाया मुद्दा तो कंपनी को मिला सरकारी नोटिस
punjabkesari.in Sunday, Jul 14, 2024 - 12:38 AM (IST)
नेशनल डेस्कः गुजरात के भरूच जिले में एक निजी कंपनी द्वारा 40 रिक्तियों के लिए आयोजित किये गये साक्षात्कार में करीब 800 लोगों के पहुंचने के कारण अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई, जिसके बाद अब उसे (इस कंपनी) को नोटिस जारी किया गया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुए थे जिनमें नजर आ रहा है कि एक होटल में प्रवेश के दौरान अभ्यर्थियों के बीच धक्का-मुक्की हो रही थी। इसी होटल में साक्षात्कार हो रहा था।
जिला रोजगार अधिकारी संजय गोहिल ने बताया कि नौ जुलाई को इस कंपनी ने जिले के अंकलेश्वर स्थित एक होटल में भर्ती अभियान चलाया था जहां 40 रिक्तियों के लिए साक्षात्कार देने सैकड़ों अभ्यर्थी पहुंचे थे। उन्होंने कहा, "वीडियो वायरल होने के बाद हमें घटना के बारे में पता चला और हमने कंपनी के 'संयंत्र' प्रबंधक और मानव संसाधन प्रबंधकों से बात की एवं 12 जुलाई को 'संयंत्र' का निरीक्षण किया।" उन्होंने कहा कि कंपनी ने अधिसूचित रिक्तियों के संबंध में रोजगार कार्यालय को पहले से सूचित नहीं किया था।
गोहिल ने कहा, "हमने 'रिकॉर्ड' की जांच की और कंपनी को नोटिस जारी किया। जिला प्रशासन को पहले से सूचित किया जाना चाहिए ताकि ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो।" थर्मैक्स लिमिटेड नामक इस कंपनी के कर्मचारी संबंध प्रमुख शैलेन्द्र सोमवंशी ने एक बयान में कहा कि कंपनी ने निर्बाध साक्षात्कार प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त उपाय किए थे। इसी कंपनी ने 44 रिक्तियों के लिए विज्ञापन दिया था।
सोमवंशी ने बताया कि 970 से अधिक उत्साही और अनुभवी युवाओं ने 12 लाख रुपये के अच्छे पैकेज से आकर्षित होकर आवेदन किया था। सोमवंशी ने कहा, "साक्षात्कार में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए, लेकिन कंपनी के कर्मचारियों ने स्थिति को कुशलतापूर्वक संभाला और साक्षात्कार प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित किया।" उन्होंने कहा, "बड़ी संख्या में लोगों का आना इस क्षेत्र में नौकरी के अवसरों की मांग को दर्शाता है। कंपनी के आकर्षक वेतन पैकेज के कारण बड़ी संख्या में उम्मीदवार आए, जिससे वहां भीड़ हो गई। हालांकि, कंपनी के कर्मचारियों ने स्थिति को कुशलतापूर्वक संभाला और साक्षात्कार प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाया।" मंगलवार को हुई इस घटना के बाद विपक्षी कांग्रेस और सत्तारूढ़ भाजपा के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई।
कांग्रेस ने कहा कि इस घटना ने 'गुजरात मॉडल' को उजागर कर दिया है वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि कांग्रेस वीडियो के जरिए राज्य को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर वीडियो साझा किया। राहुल गांधी ने 'एक्स' पर लिखा, "भारत में 'बेरोज़गारी की बीमारी' महामारी का रूप ले चुकी है और भाजपा शासित राज्य इस बीमारी का 'केंद्र' बन चुके हैं। एक समान्य सी नौकरी के लिए कतारों में धक्के खाता 'भारत का भविष्य' ही नरेन्द्र मोदी के 'अमृतकाल' की हकीकत है।" पुलिस के अनुसार कंपनी ने पांच अलग-अलग पदों के लिए लगभग 40 रिक्तियों के लिए साक्षात्कार की व्यवस्था की थी।
भरूच के पुलिस अधीक्षक मयूर चावड़ा ने बृहस्पतिवार को बताया कि कंपनी ने अंकलेश्वर के एक होटल में करीब 150 उम्मीदवारों के आने की उम्मीद में 'हॉल' बुक किया था लेकिन 800 उम्मीदवार आ गए, ऐसे में कंपनी के अधिकारियों को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए साक्षात्कार 'हॉल' का दरवाजा बंद करना पड़ा जिसके कारण वीडियो में दिखाई गई स्थिति पैदा हो गई। चावड़ा ने बताया कि इस धक्कामुक्की में कोई घायल नहीं हुआ और इस संबंध में पुलिस के पास कोई शिकायत नहीं आई है।
कांग्रेस पर पलटवार करते हुए भाजपा ने 'एक्स' पर कहा, "अंकलेश्वर के एक वायरल वीडियो के माध्यम से गुजरात को बदनाम करने के प्रयास किए जा रहे हैं। साक्षात्कार के विज्ञापन में स्पष्ट रूप से लिखा है कि उन्हें अनुभवी उम्मीदवारों की आवश्यकता है। इसका मतलब है कि जो लोग साक्षात्कार में शामिल होने के लिए आए वे पहले से ही कहीं और कार्यरत हैं, इसलिए इन व्यक्तियों के बेरोजगार होने का विचार निराधार है।" भाजपा ने कहा कि गुजरात के बारे में नकारात्मकता फैलाना कांग्रेस की रणनीति है। विज्ञापन के अनुसार कंपनी को झगड़िया औद्योगिक क्षेत्र में अपने नए संयंत्र में विभिन्न पदों के लिए भर्तियां निकाली थीं।