देश का भविष्य पुस्तकालय जाने वाले युवाओं की संख्या से तय होता है, न कि कारखानों और सैन्य शक्ति सेः शाह

punjabkesari.in Saturday, Jul 23, 2022 - 10:49 PM (IST)

गांधीनगरः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि देश का भविष्य पुस्तकालय जाने वाले युवाओं की संख्या से तय होता है, न कि कारखानों की संख्या और सैन्य शक्ति से। अमित शाह गांधीनगर जिले के अपने पैतृक गांव मनसा पुस्तकालय की इमारत सहित कई योजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास के लिए आए थे। 

उन्होंने कहा, ‘‘किसी देश का भविष्य इससे तय नहीं होता कि कितनी फैक्टरी वहां चल रही हैं, कितनी ताकतवर उसकी सेनाएं हैं या कितना कर संग्रह होता है। देश का भविष्य इस बात से तय होता है कि उसके कितने युवा पुस्तकालय जाते हैं।'' 

शाह ने अपने बचपन के दिनों को याद किया जब वह अपने गांव के पुस्तकालय जाते थे और देश और दुनिया का ज्ञान अर्जित करते थे। उन्होंने कहा कि एक समय उस पुस्तकालय की 9,730 पुस्तकें रखरखाव की सुविधा नहीं होने पर प्रबंधन के लिए सरकार के पास जमा करानी पड़ी थीं। शाह ने कहा कि उनमें से कई किताबों को नवनर्मित तीन मंजिला पुस्तकालय भवन में रखा गया है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तकालय डिजिटल मंच से जुड़ा है जिससे छात्र 30 अन्य पुस्तकालयों की किताबें भी पढ़ सकते हैं। 

केंद्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा, ‘‘10 कंप्यूटर हैं, लेकिन 40 कंप्यूटरों के लिए स्थान है। छात्रों द्वारा चीजों का इस्तेमाल किए जाने पर हम सुविधाओं का विस्तार करेंगे।'' शाह ने इस मौके पर मनसा के स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के भोजन के लिए अक्षय पात्र फाउंडेशन द्वारा स्थापित रसोईघर का उद्घाटन किया। इस रसोई घर में प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण (पीमएम पोषण) योजना के तहत 26 हजार बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन बनाने की बनाने की सुविधा है। 

इस मौके गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि गांधीनगर संसदीय सीट से सांसद शाह ने गत तीन साल में नौ हजार करोड़ रुपये का कोष दिया है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी और सरदार वल्लभ भाई पटेल देश में ‘स्वराज' लेकर आए और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा अमित शाह राजनीतिक विकास के जरिये देश में सुशासन स्थापित कर रहे हैं। 


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Content Writer

Pardeep

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