इस साल रिलीज हुई थी श्री कृष्ण पर बनी पहली फिल्म, 3 घंटे नहीं मात्र 12 मिनट लंबी थी मूवी
punjabkesari.in Monday, Aug 26, 2024 - 03:16 PM (IST)
नेशनल डेस्क : आज हम सभी भगवान श्री कृष्ण का जन्ममोत्सव धूमधाम से मना रहे हैं। इस अवसर पर हर जगह विशेष तैयारियाँ की जा रही हैं। भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाएँ उन्हें विशेष रूप से प्रिय बनाती हैं, और लोग उन्हें अपने घरों में श्रद्धा पूर्वक रखते हैं, जैसे एक परिवार के सदस्य की तरह उनकी देखभाल करते हैं। हर साल भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर बाल गोपाल का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस साल, श्री कृष्ण के जन्म की तिथि 26 अगस्त यानी आज है। इस विशेष दिन पर, हम आपको भगवान श्री कृष्ण की पहली फिल्म के बारे में जानकारी देंगे, जिसमें उनके जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को दर्शाया गया था।
श्री कृष्ण की लीलाओं को दर्शाया हैं...
बॉलीवुड में विविध प्रकार के कंटेंट पर फिल्में बनाने की परंपरा रही है। चाहे एक्शन और रोमांस का संगम हो या भक्ति से भरी कहानियाँ, बॉलीवुड के फिल्म निर्माताओं ने हर शृंगार को अपनी फिल्मों में समेटा है। इनमें कभी भगवान की अद्भुत लीलाओं को पर्दे पर उतारा गया तो कभी भक्तों की आस्था और भगवान के प्रति समर्पण को दर्शाया गया। आज पूरे देश में जन्माष्टमी का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर हर जगह कृष्ण भक्ति की झलक देखने को मिल रही है। ऐसे में इस खास दिन के अवसर पर हम आपको बॉलीवुड की पहली फिल्म के बारे में बताना चाहते हैं, जिसमें भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं को दर्शाया गया था।
दादा साहेब ने किया था इस फिल्म का निर्देशन
हाल ही में भगवान विष्णु के 'कल्कि' अवतार पर आधारित फिल्म 'कल्कि 2898 एडी' रिलीज़ हुई, जिसे दर्शकों ने बेहतरीन प्रतिक्रिया दी है। यह फिल्म भारतीय सिनेमा में मिथक और पौराणिक कथाओं की निरंतर लोकप्रियता को दर्शाती है। फिल्म मेकर्स का मिथोलॉजी के प्रति प्रेम नया नहीं है; वास्तव में, जब से सिनेमा की शुरुआत हुई है, तब से ये कथाएँ फिल्मों में अपनी जगह बना चुकी हैं। वैसे तो बॉलीवुड में भगवान श्री कृष्ण के जीवन पर कई फिल्में बन चुकी हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि श्री कृष्ण की लीला पर आधारित पहली फिल्म कौन सी थी? इस फिल्म का निर्देशन भारतीय सिनेमा के 'पितामह' दादा साहेब फाल्के ने किया था। दादा साहेब फाल्के ने इस विषय को चुनने का एक विशेष कारण था, जो भारतीय सिनेमा की शुरुआत के दौर में धार्मिक और पौराणिक कथाएँ दर्शकों के बीच गहरी लोकप्रियता प्राप्त कर रही थीं।
फिल्म का नाम 'श्री कृष्ण जन्म' है, जो 1918 में रिलीज़ हुई
भगवान श्री कृष्ण पर बनी पहली फिल्म का नाम 'श्री कृष्ण जन्म' है, जो 1918 में रिलीज़ हुई थी। यह फिल्म भारतीय सिनेमा के पितामह दादा साहेब फाल्के द्वारा बनाई गई थी, जिन्होंने इस फिल्म का स्क्रीन राइटर, प्रोड्यूसर और डायरेक्टर होने का काम भी किया। 'श्री कृष्ण जन्म' एक साइलेंट फिल्म थी, जिसमें भगवान श्री कृष्ण के जन्म की पूरी कहानी को पर्दे पर जीवंत किया गया था। आपको बता दें कि यह फिल्म केवल 12 मिनट लंबी थी, लेकिन दादा साहेब फाल्के ने इसे बहुत ही महत्वपूर्ण उद्देश्य के तहत निर्मित किया। उनका उद्देश्य था कि इस फिल्म के माध्यम से लोगों में श्री कृष्ण के जन्म और उनकी लीलाओं के प्रति रुचि और जागरूकता बढ़ सके। फाल्के ने भारतीय सिनेमा की नींव रखते हुए पौराणिक कथाओं और धार्मिक विषयों को फिल्मी पर्दे पर प्रस्तुत करने की दिशा में एक नया मार्ग प्रशस्त किया।
'श्री कृष्ण जन्म' भारतीय फिल्म उद्योग के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है, क्योंकि यह न केवल दादा साहेब फाल्के की फिल्म निर्माण यात्रा की शुरुआत थी, बल्कि यह भारतीय सिनेमा में धार्मिक और पौराणिक कथाओं के प्रतिनिधित्व का भी एक प्रमुख उदाहरण है।