दिल्ली सचिवालय ने दी सफाई, पारित प्रस्ताव में नहीं था राजीव गांधी का नाम

punjabkesari.in Monday, Dec 24, 2018 - 10:10 PM (IST)

नई दिल्लीः विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी ‘‘सदन की कार्यवाही के संक्षिप्त सारांश’’ के अनुसार दिल्ली विधानसभा की 21 दिसम्बर की कार्यवाही के दौरान 1984 सिख विरोधी दंगों पर पारित प्रस्ताव में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम का उल्लेख नहीं है। सदन की कार्यवाही का तीन पृष्ठ का यह सारांश सोमवार को जारी किया गया। इसके अनुसार प्रस्ताव में 1984 सिख-विरोधी दंगों को ‘‘नरसंहार’’ बताया गया है और इसमें राजीव गांधी के नाम का उल्लेख नहीं है। 

कांग्रेस नेताओं ने किया AAP कार्यालय के बाहर प्रदर्शन
युवा कांग्रेस के सदस्यों ने रविवार को सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था और राजीव गांधी के भारत रत्न वापस लिये जाने की मांग को लेकर पारित किये गये कथित प्रस्ताव के लिए माफी मांगने की मांग की थी।

कांग्रेस अध्यक्ष ने लगाया आरोप
कांग्रेस की दिल्ली प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय माकन ने आरोप लगाया कि आप, भाजपा के साथ मिली हुई है। उन्होंने कहा कि पार्टी को 2002 के गुजरात दंगों को भी ‘नरसंहार’ बताना चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल, दिल्ली सरकार और आप ने कहा है कि राजीव गांधी को प्रदान किया गया सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘‘भारत रत्न’’ वापस लेने की मांग प्रस्ताव में नहीं की गई है। 

उल्लेखनीय है कि दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार को एक प्रस्ताव को ध्वनि मत से पारित किया गया था जिसमें मामलों की त्वरित सुनवाई का आह्वान किया गया था और सिख-विरोधी दंगों को नरसंहार बताया गया था। प्रस्ताव पेश करते हुए आप विधायक जरनैल सिंह ने कहा था कि राजीव गांधी को प्रदान किया गया भारत रत्न वापस लिया जाना चाहिए। सिंह ने बाद में कहा था कि प्रस्ताव पारित हो गया है।     


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Yaspal

Recommended News

Related News