Lok Sabha Elections 2024: अमेठी सीट से स्मृति ईरानी ने दाखिल किया नामांकन, 2019 में राहुल गांधी की दी पटखनी

punjabkesari.in Monday, Apr 29, 2024 - 01:56 PM (IST)

नेशनल डेस्क: केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने सोमवार को अमेठी लोकसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया। ईरानी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और अन्य नेताओं के साथ, पर्चा दाखिल करने से पहले गौरीगंज में भाजपा कार्यालय से एक रोड शो किया। जिलाधिकारी के आदेश पर रोड शो को कलेक्ट्रेट से करीब 200 मीटर पहले ही रोक दिया गया, जहां से ईरानी पर्चा दाखिल करने गयीं। रोड शो में उत्तर प्रदेश के मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह और ईरानी के पति जुबिन ईरानी भी शामिल हुए। 2019 में स्मृति ईरानी ने अमेठी से राहुल गांधी को हराया था। 

कांग्रेस का कोई प्रत्याशी यहां नहीं आ रहा- सीएम मोहन यादव
रोड शो के दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, "कांग्रेस का कोई प्रत्याशी यहां नहीं आ रहा है। मुझे मालूम पड़ा है बड़ी संख्या में यहां यदुवंशी भी रहते हैं। मैं सभी यदुवंशियों से कहना चाहता हूं आप सब भाग्यशाली हो, 5 हजार साल पहले भी भगवान कृष्ण ने धर्म के लिए पूरा जीवन कुर्बान किया था। पूरे जीवन धर्म की लड़ाई लड़ी। आज हमारे सामने पुनः वो समय आया है। जब भगवान राम का आनंद आया है।" 

अब आप अपना आर्शीवाद दें- स्मृति ईरानी
अमेठी से भाजपा उम्मीदवार व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, "आपने हम सबकी शोभा बढ़ाई है और अब आप अपना आर्शीवाद दें। अमेठी से ऐसा बिगुल बजे की इसकी गुंजन पूरे विश्व में हो, अमेठी फिर तैयार है कि अबकी बार फिर मोदी की सरकार।" 

बता दें कि, स्मृति ईरानी ने पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हराकर गांधी परिवार और कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली अमेठी सीट जीती थी। कांग्रेस ने अभी तक इस सीट से अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। हालांकि यहां पार्टीजनों का मानना है कि राहुल गांधी फिर से इस सीट से चुनाव लड़ेंगे। अमेठी में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होना है। 

 


अमेठी लोकसभा सीट का इतिहास
साल 1967 से 1971 तक अमेठी से कांग्रेस की टिकट पर विद्याधर वाजपेयी विजयी हुए। इसके बाद साल 1977 में जनता पार्टी के रविंद्र प्रताप सिंह इस सीट से सांसद चने गए। साल 1980 में इस सीट से पूर्व प्रधानमंत्री के बड़े बेटे संजय गांधी ने चुनाव लड़ा और इसके बाद इस सीट पर गांधी परिवार का कब्ज़ा हो गया। संजय गांधी की मौत के बाद उनके छोटे भाई और पूर्व पीएम राजीव गांधी ने यहां से चुनाव लड़ा और विजयी हुए। राजीव गांधी के बाद इस सीट से सतीश शर्मा सांसद बने। 1998 में पहली बार इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के संजय सिंह सांसद बने। 1999 में दोबारा चुनाव हुए जिसमें सोनिया गांधी ने विजय हासिल की। इसके बाद 2004 से 2014 पर इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा। राहुल गांधी यहां से सांसद रहे। साल 2019 में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को हराकर इस सीट को बीजेपी की झोली में डाल दिया। चुनाव में ईरानी को 468,514 वोट (49.71%) जबकि राहुल गांधी को 413,394 वोट (43.84%) मिले थे।

 


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Content Editor

rajesh kumar

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