भारत में बढ़ी आतंकी घुसपैठ, बांग्लादेश ने किया अलर्ट

punjabkesari.in Tuesday, Mar 21, 2017 - 01:07 PM (IST)

कोलकाता: भारत में होने वाली आतंकी घुसपैठ को लेकर बांग्लादेश सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को अलर्ट किया है। बांग्लादेश सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2015 के मुकाबले 2016 में पश्चिम बंगाल, असम और त्रिपुरा की सीमाओं पर हरकत-उल-जिहादी अल-इस्लामी और जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश के आतंकियों की घुसपैठ तीन गुना ज्यादा देखी गई। यह रिपोर्ट इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि अक्टूबर 2014 में बर्दवान जिलेे के खागरागढ़ में हुए ब्लास्ट की जांच में नैशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने पाया था कि इसके बाहरी तार जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश से जुड़े हैं।

क्या कहती है रिपोर्ट?
रिपोर्ट में कहा गया कि जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश और हरकत-उल-जिहादी अल-इस्लामी के 2000 से ज्यादा ऑपरेटिव इन तीनों राज्यों में घुस चुके हैं, जिनमें से करीब 720 बंगाल की सीमा और बाकी 1,290 संदिग्ध असम और त्रिपुरा की सीमाओं से आए हैं। हालांकि रिपोर्ट को लेकर बंगाल सरकार के अधिकारियों को संदेह है। लेकिन अगर यह संख्या अनुमान के आसपास है तो भी यह परेशानी की बात है क्योंकि खुफिया रिपोट्र्स के मुताबिक साल 2014 में 800 और 2015 में 659 लोगों ने घुसपैठ की थी। बंगाल होम डिपार्टमेंट के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि हम इस रिपोर्ट की सच्चाई जानने के लिए जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं। हालांकि असम पुलिस रिपोर्ट को लेकर चिंतित है। 

6 महीने में 54 ऑपरेटिव गिरफ्तार
असम पुलिस के अतिरिक्त मुख्य निदेशक (एसबी) पल्लब भट्टाचार्य ने कहा, आतंकी गतिविधि में निश्चित ही बढ़ोतरी हुई है क्योंकि पिछले 6 महीने में हमने जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश के 54 ऑपरेटिव को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि हमने घुसपैठ को लेकर पुलिस के उच्चाधिकारियों और विधायकों की कमेटी बनाई है। यह जानकारी भी है कि जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश का सेक्रटरी इफ्तादुर रहमान 12 जनवरी को फर्जी पासपोर्ट के जरिए भारत में आया और असम व बंगाल में कई लोगों से संपर्क बना चुका है। खुफिया सूत्रों ने बताया कि वह दिल्ली भी आ सकता है। इफ्तादुर का असली नाम सज्जाद हुसैन है। 


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