तवांग पर चीन के प्रस्ताव को भारत ने ठुकराया

punjabkesari.in Friday, Mar 03, 2017 - 11:03 PM (IST)

नई दिल्ली: भारत चीन सीमा विवाद को सुलझाने की दिशा में अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र पर चीन के दावे को स्वीकारने के प्रस्ताव को भारत ने ठुकरा दिया है। अधिकारिक सूत्रों ने बताया इस मामले में सरकार का रुख पहले से ही बहुत स्पष्ट है और इसमें कोई बदलाव नहीं आया है।

भारत चीन सीमा विवाद के निराकरण के लिए चीन के पूर्व विशेष प्रतिनिधि दाई बिंगुओं ने भारत चीन डायलॉग मैगजीन को दिये एक इंटरव्यू में कहा कि यदि भारत पूर्वी सीमा पर चीन की चिंताओं को ध्यान रखेगा तो इसके बदले में चीन भी उसकी चिंताओं के बारे में ध्यान देगा।

गौरतलब है कि दाई इस मुद्दे पर भारत के पांच विशेष प्रतिनिधियों से बातचीत कर चुके हैं। उन्होंने 2003 में ब्रजेश मिश्रा के साथ बातचीत की थी जिसके परिणामस्वरुप 2005 में सीमा विवाद से जुड़े एक समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे। अरुणाचल प्रदेश में स्थित तवांग का धार्मिक महत्व है क्योंकि 15वीं शताब्दी  के दलाई लामा का जन्म यहां हुआ था और एक तवांग मठ स्थित है जो भारत समेत तिब्बत  के बौद्ध मतावलंबियों के लिए खास महत्व रखता है।

तवांग पर चीन की नजर काफी पहले से है और वह इसे दक्षिणी तिब्बत करार देता है। दाई की बातों का अर्थ है यह है कि यदि भारत अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र को चीन को दे देता है तो वह अक्साई चिन में अपने कब्जे वाले क्षेत्र को भारत को दे सकता है। 


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