‘क्यों बख्शा जाए? उन्हें जेल में डाल दो...’ मोहम्मद यूनुस के इस्तीफे पर तसलीमा नसरीन की तीखी प्रतिक्रिया
punjabkesari.in Saturday, May 24, 2025 - 11:37 AM (IST)

नेशनल डेस्क: बांग्लादेश की लेखिका तसलीमा नसरीन ने वहां की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस के इस्तीफे की खबरों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने यूनुस पर गंभीर आरोप लगाते हुए सख्त कार्यवाही की मांग की है।
I’ve heard that Mr. Yunus is going to resign and will go off to live the rest of his life in comfort in Europe or America. Why should he be allowed to leave? He should be imprisoned. As soon as he entered the country, he had five cases against him dismissed. From his position as…
— taslima nasreen (@taslimanasreen) May 23, 2025
तसलीमा नसरीन ने यूनुस पर लगाए गंभीर आरोप
नसरीन ने अपने 'X' पोस्ट में कहा कि उन्होंने सुना है कि मोहम्मद यूनुस इस्तीफा देने वाले हैं और अपना शेष जीवन यूरोप या अमेरिका में आराम से बिताएंगे। इस पर नसरीन ने सवाल उठाया कि उन्हें ऐसा क्यों करने दिया जाना चाहिए। उन्होंने मांग की कि यूनुस को गिरफ्तार कर जेल में डाल देना चाहिए। नसरीन ने यह भी बताया कि यूनुस के बांग्लादेश में प्रवेश करते ही उनके खिलाफ पाँच मामले खारिज कर दिए गए थे, जिस पर उन्होंने आपत्ति जताई।
तसलीमा नसरीन ने यूनुस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनमें हिंदू नरसंहार को बढ़ावा देना, जिहादी उग्रवादियों को उकसाना, नफरत और विद्वेष फैलाना शामिल है। उन्होंने कहा कि यूनुस ने मुख्य सलाहकार के पद पर रहते हुए भीड़ को हिंसा के लिए उकसाया और विपक्ष को खत्म करने के लिए नफरत फैलाई। नसरीन के अनुसार, यूनुस ने 'तौहीदी भीड़' को खून-खराबे के लिए उकसाया, जिसके परिणामस्वरूप कई लोगों को नुकसान हुआ और जानें गईं। उन्होंने जोर देकर कहा कि यूनुस को अपने इन 'पापों' का प्रायश्चित करना चाहिए।
'यूनुस ने बिगाड़े पड़ोसी देशों से संबंध'-
तसलीमा नसरीन ने आगे कहा कि पिछले नौ महीनों में मोहम्मद यूनुस ने एक ऐसी पीढ़ी को जन्म दिया है जो उन्मादी, अस्थिर, तर्कहीन और असहिष्णु है। उन्होंने आरोप लगाया कि यूनुस ने देश में अशांति फैलाई, अपने अनुयायियों को छूट देकर जिहादी उत्पात, विनाश और आगजनी की साजिश रची. नसरीन ने यह भी कहा कि उन्होंने अनगिनत निर्दोष लोगों को हत्या के मामलों में फंसाकर जेल में डाला है। सबसे गंभीर आरोपों में से एक यह है कि यूनुस ने गलियारों और बंदरगाहों को विदेशी सैन्य शक्तियों को सौंप दिया है और पड़ोसी देशों के साथ बांग्लादेश के संबंधों को बर्बाद कर दिया है। नसरीन ने पूछा कि क्या यूनुस को इन सब के लिए बिना किसी न्याय का सामना किए आज़ाद छोड़ दिया जाना चाहिए?
'यूनुस को क्यों बख्शा जाना चाहिए?'
लेखिका ने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि यूनुस को उनके अपराधों के लिए सजा मिलनी चाहिए और उन्हें अपनी बाकी जिंदगी जेल में बितानी चाहिए। उन्होंने तर्क दिया कि जब इतने सारे लोगों को इससे भी कम सजा के लिए आजीवन कारावास की सजा दी गई है, तो यूनुस को क्यों बख्शा जाना चाहिए।