जम्मू-कश्मीर में फिर टारगेट किलिंग, आतंकियों ने एक और कश्मीरी पंडित को उतारा मौत के घाट

punjabkesari.in Sunday, Feb 26, 2023 - 01:51 PM (IST)

नेशनल डेस्क:  जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादियों ने रविवार को कश्मीरी पंडित समुदाय के 40 वर्षीय एक व्यक्ति की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी, जब वह स्थानीय बाजार जा रहे थे। कश्मीर घाटी में अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों की लक्षित हत्या की यह एक और घटना है। पुलिस ने बताया कि एक एटीएम के सुरक्षा गार्ड के तौर पर काम करने वाले संजय शर्मा पर दक्षिण कश्मीर में इस जिले के अचन इलाके में पूर्वाह्न करीब 11 बजे उनके आवास से महज 100 मीटर की दूरी पर नजदीक से गोली चलाई गई, जो उनके सीने में लगी।

उन्होंने बताया कि राहगीर उन्हें एक अस्पताल ले गये, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उनके सहकर्मियों ने कहा कि कश्मीरी पंडित समुदाय के सदस्यों पर पूर्व में हुए हमलों के बाद से वह रात की ड्यूटी पर नहीं जा रहे थे। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हत्या की निंदा की और कहा कि उनके प्रशासन ने आतंकवादियों से निपटने के लिए सुरक्षा बलों को खुली छूट दी है। उन्होंने यहां एक बयान में कहा, ‘‘शोकाकुल परिवार के प्रति मेरी संवेदना है। प्रशासन को आतंकवादियों से निपटने के लिए खुली छूट दी गई है और हम आतंकवाद की इस तरह की हरकतों का मुकाबला करना जारी रखेंगे।''

हमला क्यों हुआ, वह जांच का विषय
कश्मीर जोन की पुलिस ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘आतंकवादियों ने पुलवामा में अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखने वाले एवं अचन इलाके के निवासी काशीनाथ शर्मा के बेटे संजय शर्मा पर उस वक्त गोली चलाई, जब वह स्थानीय बाजार जा रहे थे।'' पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी), दक्षिण कश्मीर क्षेत्र, रईस भट्ट ने कहा कि यह एक सुनियोजित हमला था। उन्होंने बताया कि घटना वाले गांव में सशस्त्र बलों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने यहां भी सुरक्षा इंतजाम किये हैं। किन परिस्थितियों में यह हमला हुआ, वह जांच का विषय है।

आतंकवादियों का जल्द पता लगा लिया जाएगा- डीआईजी
हम जांच में सामने आने वाले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे।'' डीआईजी ने कहा, ‘‘इस अपराध में संलिप्त आतंकवादियों का जल्द पता लगा लिया जाएगा और मार गिराया जाएगा...हम आतंकवादियों को उनके नापाक मंसूबों में सफल नहीं होने देंगे।'' इस साल कश्मीर में अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य पर हुआ यह पहला हमला है। पिछले साल, आतंकवादियों ने नागरिकों पर करीब 30 हमले किये थे, जिनमें तीन कश्मीरी पंडित, राजस्थान से एक बैंक प्रबंधक, जम्मू की एक शिक्षिका और आठ बाहरी श्रमिक सहित 18 लोग मारे गये थे। इस बीच, राजनीतिक दलों ने रविवार को हुए हमले की निंदा की है।

उमर अब्दुल्ला व महबूबा मुफ्ती ने जताया दुख
नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के नेता उमर अब्दुल्ला ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ बहुत दुखद...संजय एक बैंक सुरक्षा गार्ड के रूप में काम कर रहे थे और वह आज एक आतंकी हमले में मारे गये। मैं इस हमले की निंदा करता हूं और उनके प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।'' पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कश्मीरी पंडितों की रक्षा करने में विफल रहने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार को दोषी ठहराया।

जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने हमले के साजिशकर्ताओं पर भी निशाना साधा। उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘कुछ दिन पहले दक्षिणपंथी आतंकवादियों ने राजस्थान में मुस्लिम समुदाय के दो सदस्यों की हत्या कर दी थी। आज आपने हिंदू समुदाय के एक व्यक्ति को मार डाला। आपमें और उनमें क्या अंतर है?'' मुफ्ती ने भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर कश्मीर में अल्पसंख्यकों के जीवन को खतरे में डालने का आरोप लगाया।

 


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Content Editor

rajesh kumar

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