बांग्लादेश में टारगेट किलिंग का खौफनाक सिलसिला जारी, एक और हिंदू की गोली मारकर हत्या (Video)
punjabkesari.in Tuesday, Dec 30, 2025 - 06:57 PM (IST)
International Desk:बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला मयमनसिंह क्षेत्र से सामने आया है, जहां 42 वर्षीय हिंदू नागरिक बजेंद्र बिस्वास की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने बेहद नजदीक से फायरिंग की, जिससे बजेंद्र बिस्वास की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
BREAKING: Another Hindu killed in Mymensingh, Bangladesh.
— Treeni (@treeni) December 30, 2025
Violence broke out once again at a clothing factory where Noman Miya used a shotgun to kill 42-year-old Hindu Bajendra Biswas.
Bajendra was in a paramilitary group that protects villages. pic.twitter.com/DQZmQQ24TM
हिंदुओं पर बढ़ते हमलों का पैटर्न
यह कोई अकेली घटना नहीं है। बीते महीनों में बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में हिंदू नागरिकों की हत्याएं, मंदिरों में तोड़फोड़, घरों और दुकानों को आग के हवाले करने जैसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। विशेषज्ञ इसे लक्षित हिंसा (Targeted Violence) करार दे रहे हैं। भारत ने बार-बार बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। कूटनीतिक सूत्रों के अनुसार, नई दिल्ली इस ताजा हत्या पर भी करीबी नजर बनाए हुए है और इसे मानवाधिकार उल्लंघन के रूप में देखा जा रहा है।
Same area: Bhaluka in Myemansingh -- where Dipu Chandra Das was lynched to death -- another #BangladeshiHindu Bajendra Biswas -- is killed. Though it is claimed, the gunshot was unintentional. Accused Noman Miyan (in photo) is in custody. pic.twitter.com/tlfChiBVtG
— Anindya (@AninBanerjee) December 30, 2025
मानवाधिकार चिंता
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय भय के साए में जीने को मजबूर है। उनका आरोप है कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न होने से हमलावरों के हौसले बढ़ रहे हैं। यह हत्या बांग्लादेश में धार्मिक स्वतंत्रता और कानून-व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े करती है।स्थानीय हिंदू समुदाय ने सरकार से मांग की है कि दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए, अल्पसंख्यक इलाकों में सुरक्षा बढ़ाई जाए,और ऐसी घटनाओं पर सख्त संदेश दिया जाए।
