जातीय पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना भारतीय कर्मचारी का स्वागत करेगा ताइवान

punjabkesari.in Tuesday, Mar 05, 2024 - 02:42 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क. ताइवान के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि ताइवान किसी भी भारतीय कर्मचारी का स्वागत करेगा, जो भर्ती की शर्तों को पूरा करता है और उद्योग की मांग को पूरा करता है, चाहे उनकी जातीय पृष्ठभूमि कुछ भी हो। योग्य श्रमिकों के साथ उचित व्यवहार किया जाएगा और उन्हें ताइवानी कानून के तहत उचित सुरक्षा दी जाएगी।


ताइवान और भारत ने इस साल 16 फरवरी को श्रम बल सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता दोनों देशों के बीच लोगों के बीच आदान-प्रदान को बढ़ावा देगा और ताइवान के उद्योगों में श्रम की कमी को कम करने में मदद करेगा।


एक बयान में कहा गया, भारत के साथ श्रम मामलों के सहयोग को बढ़ावा देते हुए ताइवान सरकार ताइवान आने वाले भारतीय श्रमिकों की संख्या और पेशेवर कौशल के साथ-साथ उन उद्योगों के बारे में प्रासंगिक चर्चा और योजना बनाना जारी रखेगी, जिनके लिए उन्हें भर्ती किया जाएगा, ताकि उन्हें आगे बढ़ाया जा सके। संबंधित प्रयासों के लिए एक व्यापक रूपरेखा तैयार करें। इसके अलावा मंत्रालय ने ताइवान की कुछ सरकारी एजेंसियों द्वारा की गई टिप्पणियों के लिए भी माफी मांगी, जिसके कारण ताइवान समाज, भारतीयों और अन्य अंतरराष्ट्रीय हितधारकों के बीच आलोचना हुई।


मंत्रायल ने आगे कहा- ताइवान भी भारत की विविध और समृद्ध संस्कृति का पूरा सम्मान करता है और ताइवान और भारत के लोगों के बीच दोस्ती को संजोता है। यह ताइवान और भारत के बीच सहयोग और साझेदारी को और बढ़ाने के उद्देश्य से दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान और आपसी समझ को आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। ताइवान सरकार को यह भी उम्मीद है कि ताइवान के लोग दुनिया के साथ जुड़ने के देश के प्रयासों का समर्थन करेंगे। भारत-प्रशांत क्षेत्र में भागीदारों के साथ ठोस बातचीत को आगे बढ़ाएंगे। इस तरह पारस्परिक और पारस्परिक रूप से लाभप्रद आदान-प्रदान को बढ़ावा देंगे।


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Content Editor

Parminder Kaur

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