सुषमा स्वराज ने विदेश नीति को दी थी नई धार, विदेशों में फंसे दो लाख भारतीय लाईं वापस
punjabkesari.in Thursday, Aug 08, 2019 - 12:31 PM (IST)
नैशनल डैस्क (रवि प्रताप): नरेंद्र मोदी सरकार में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार रात को दिल का दौरा पडऩे से अचानक निधन हो गया। हरियाणा के पलवल में जन्मी और अंबाला में शिक्षित सुषमा स्वराज ने भारत की विदेश नीति को नई धार दी थी। अपनी प्रखर बुद्धि और औजस्वी भाषण के लिए प्रसिद्ध सुषमा स्वराज 26 मई, 2014 से 30 मई, 2019 तक भारत की विदेश मंत्री रही। इसी दौरान दो कट्टर विरोधी देशों के बीच भारत ने सहयोग पूर्ण संबंध कायम किए। जैसे कि अमेरिका और रूस, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात, इजरायल और फिलिस्तीन इत्यादी।
संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देश हैं। हर किसी के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध नहीं है। विशेषकर विश्व के बड़े देशों के बीच। लेकिन विदेश मंत्री के तौर पर किसी बड़े देश का दबाव माने बिना उन्होंने राष्ट्र हित को प्राथमिकता दी। एक उदाहरण से हम इस सक्रिय विदेश नीति को आसानी से समझ सकते हैं। रूस और अमेरिका के बीच दशकों से तनाव पूर्ण चले आ रहे हैं। लेकिन भारत के दोनों देशों के साथ मित्रवत संबंध हैं। अमेरिकी प्रतिबंध के बावजूद भारत ने रूस से एस-400 का रक्षा सौदा किया जबकि अमेरिका से कम्यूनिकेशन कंपैटेबिलिटी एंड सिक्योरिटी ऐगरिमेंट (सीओएमसीएएसए) किया।
विदेशों में फंसे दो लाख भारतीयों को वापस लाने में हुई सफल
यह उनकी विदेश नीति का ही प्रभाव था कि उन्होंने विदेश में फंसे 2 लाख से ज्यादा भारतीयों को वापस भारत लाने में सफल हुईं। इससे पहले किसी विदेश मंत्री ने भारतीय नागरिकों के हितों के प्रति इतनी सक्रियता नहीं दिखाई थी। वह सोशल मीडिया पर मिली शिकायतों के आधार पर ही विदेश में फंसे भारतीय नागरिकों को मदद मुहैया करा देती थीं।
बालीवुड समेत टीवी जगत की हस्तियों ने भी निधन पर जताया शोक
विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेताओं समेत आम जनता ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से उनके निधन पर शोक जताया। वहीं, बॉलीवुड और टीवी जगत ने उन्हें अपने-अपने ढंग से श्रद्धांजली दी। इनमें प्रमुख नाम है अनुपम खेर, अक्षय कुमार, सन्नी देओल, जावेद अक्तर, रविना टंडन और परिणीति चोपड़ा शामिल है।
अंबाला में जन्मी और पली-बड़ी परिणीति चोपड़ा ने ट्वीट कर कहा, सुषमा स्वराज जी की तरह मैं अंबाला छावनी से हूं। मुझे हमेंशा गर्व होता है कि हमारे छोटे शहर की एक महीला ने इतना बड़ा काम किया और एक अलग जगह बनाई। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। आपने मुझे व्यक्तिगत स्तर पर एक प्रेरित किया है।'