तलाक लेने पहुंचे कपल को सुप्रीम कोर्ट की अनोखी पेशकश, कहा- एक बार डिनर डेट पर जाओ! इंतजाम हम करेंगे...
punjabkesari.in Tuesday, May 27, 2025 - 02:49 PM (IST)

नेशनल डेस्क। सुप्रीम कोर्ट ने तलाक की प्रक्रिया से गुजर रहे एक दंपति को ऐसी सलाह दी है जो हर किसी के दिल को छू जाएगी। कोर्ट ने कपल से कहा कि वे कोर्टरूम के बाहर शांत माहौल में अपने मतभेदों पर बात करें और उन्हें हल करने की कोशिश करें। उन्हें साथ डिनर पर जाने तक की सलाह दी गई क्योंकि उनके विवादों का असर उनके तीन साल के छोटे बच्चे पर भी पड़ेगा।
यह मामला जस्टिस बी वी नागरत्ना और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की बेंच के सामने आया था। एक फैशन उद्यमी पत्नी ने अपने तीन साल के बेटे को विदेश यात्रा पर ले जाने के लिए अनुमति मांगी थी। उनका तलाक का मामला पहले से ही चल रहा है और बेटे की कस्टडी को लेकर भी दोनों कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। कोर्ट ने इस बात पर गहरी चिंता जताई कि दंपति के बीच चल रहे इस विवाद का असर बच्चे के भविष्य पर भी पड़ेगा जो उसके लिए ठीक नहीं है।
अहंकार की क्या बात है? आज रात खाने पर मिलें
बेंच ने दंपति से भावनात्मक अपील करते हुए कहा, आपका तीन साल का बच्चा है। दोनों पक्षों के बीच अहंकार की क्या बात है? हमारी कैंटीन इसके लिए इतनी अच्छी नहीं हो सकती लेकिन हम आपको एक और ड्रॉइंग रूम मुहैया करा देंगे। आज रात खाने पर मिलें। कॉफी पर बहुत कुछ बात बन सकती है।
कोर्ट ने दंपति से कहा कि वे अतीत को कड़वी गोली की तरह निगल लें और भविष्य के बारे में सोचें। सुप्रीम कोर्ट ने सकारात्मक परिणाम की उम्मीद जताते हुए मामले की सुनवाई मंगलवार के लिए स्थगित कर दी। पीठ ने कहा, हमने दोनों पक्षों को एक-दूसरे से बातचीत करने और कल अदालत में पेश होने का निर्देश दिया है।
कोर्ट ने दोनों को एक आरामदायक माहौल देने के प्रयास में कोर्ट की कैंटीन के खाने की क्वालिटी पर हल्के-फुल्के अंदाज में टिप्पणी करते हुए कहा कि कोर्ट की कैंटीन इसके लिए ठीक नहीं रहेगी इसलिए उन्होंने कपल को दूसरा विकल्प दिया कि वे दंपति के लिए किसी दूसरे ड्रॉइंग रूम की व्यवस्था कर सकते हैं। कोर्ट ने इस बात पर जोर दिया कि उन्हें मतभेदों पर बात करने की बहुत ज्यादा जरूरत है ताकि उनका हल निकाला जा सके। कोर्ट ने कपल को एहसास दिलाया कि छोटे-छोटे प्रयास से भी काफी सकारात्मक परिणाम हो सकते हैं जैसे सिर्फ कॉफी पर जाने से भी बात बन सकती है।