बरेली कॉलेज में आत्महत्या का प्रयास: बीएससी छात्रा की उपचार के दौरान मौत, पुलिस कर रही जांच
punjabkesari.in Monday, Apr 14, 2025 - 04:13 PM (IST)

नेशनल डेस्क: बरेली कॉलेज परिसर में एक दुखद घटना घटी, जब बीएससी बायोटेक की 20 वर्षीय छात्रा स्वीटी ने अज्ञात कारणों के चलते जहरीले पदार्थ का सेवन कर आत्महत्या का प्रयास किया। इस हृदयविदारक घटना के बाद, छात्रा को गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस खबर ने कॉलेज समुदाय और छात्रा के परिवार में गहरा शोक पैदा कर दिया है।
घटना का विवरण:
मृतक छात्रा स्वीटी मीरगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली थी और बरेली कॉलेज में बीएससी बायोटेक द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। शुक्रवार को, कॉलेज परिसर में ही उसने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया, जिसके बाद उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उसकी सहपाठियों ने तत्काल इस घटना की सूचना कॉलेज प्रबंधन को दी।
कॉलेज प्रशासन की त्वरित कार्रवाई:
सूचना मिलते ही कॉलेज के चीफ प्रॉक्टर डॉ. आलोक खरे अपनी टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुँचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बिना किसी देरी के छात्रा को अस्पताल पहुँचाने की व्यवस्था की। उनकी तत्परता से छात्रा को तत्काल चिकित्सा सहायता मिल सकी।
अस्पताल में संघर्ष और दुखद अंत:
गंभीर हालत में स्वीटी को बरेली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उसकी जान बचाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन जहरीले पदार्थ के प्रभाव के कारण उसकी हालत लगातार नाजुक बनी रही। आखिरकार, सोमवार को इलाज के दौरान उसने अंतिम सांस ली।
पुलिस जांच में जुटी:
इस दुखद घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस भी हरकत में आ गई। बारादरी के थाना प्रभारी निरीक्षक धनंजय पांडे ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि यह पता चल सके कि छात्रा ने किन परिस्थितियों में और क्यों आत्महत्या जैसा চরম कदम उठाया। पुलिस छात्रा के सहपाठियों, परिजनों और कॉलेज के शिक्षकों से पूछताछ कर रही है ताकि कोई सुराग मिल सके।
शोक का माहौल:
स्वीटी की असामयिक मृत्यु से बरेली कॉलेज में शोक की लहर दौड़ गई है। उसके सहपाठी और शिक्षक इस खबर से स्तब्ध और दुखी हैं। कॉलेज प्रशासन ने छात्रा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। यह घटना एक बार फिर युवाओं में बढ़ते मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों और तनाव पर ध्यान केंद्रित करती है। यह जरूरी है कि छात्र और युवा किसी भी प्रकार की मानसिक परेशानी या दबाव की स्थिति में खुलकर बात करें और सहायता लें। कॉलेज और शैक्षणिक संस्थानों को भी छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण के लिए उचित व्यवस्थाएं करनी चाहिए ताकि ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सके। फिलहाल, पुलिस जांच पूरी होने और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है, जिसके बाद इस दुखद घटना से जुड़े और भी तथ्य सामने आ सकते हैं। स्वीटी का जाना उसके परिवार और मित्रों के लिए एक अपूरणीय क्षति है।