कॉलेज से लौट रही 21 साल की छात्रा का आवारा कुत्तों ने नोंच लिया चेहरा... 17 टांके लगाए, अब कभी आईने में नहीं देख पाएगी चेहरा
punjabkesari.in Saturday, Aug 23, 2025 - 09:48 AM (IST)

नेशनल डेस्क: एक बार फिर आवारा कुत्तों का आतंक कानपुर की सड़कों पर नजर आया है। इस बार शिकार बनी है एक 21 वर्षीय बीबीए की छात्रा, जो कॉलेज से घर लौट रही थी। शहर के श्याम नगर इलाके में दिनदहाड़े हुई इस भयावह घटना ने न सिर्फ छात्रा को मानसिक और शारीरिक रूप से झकझोर दिया, बल्कि इलाके के लोगों में भी दहशत का माहौल बना दिया है।
पार्क के पास हुआ हमला
घटना 20 अगस्त की है। बीबीए फाइनल ईयर की छात्रा वैष्णवी साहू, जो एलन हाउस रूमा कॉलेज की छात्रा है, अपने रोजमर्रा के रूटीन के अनुसार कॉलेज से पैदल घर लौट रही थी। जैसे ही वह श्याम नगर के मधुवन पार्क के पास पहुंची, वहां कुछ बंदर और आवारा कुत्ते आपस में लड़ रहे थे। उसी दौरान तीन कुत्तों ने अचानक छात्रा पर हमला कर दिया।
चेहरे पर झपटे कुत्ते, गाल को चीर डाला
कुत्तों ने पहले छात्रा को पीछे से घेरा और फिर उसके चेहरे पर झपट पड़े। हमले के दौरान उसका दाहिना गाल बुरी तरह फट गया और मांस लटकने लगा। नाक और शरीर पर भी कई जगह गहरे जख्म आए हैं। दर्द और डर के मारे छात्रा ने बचने की पूरी कोशिश की लेकिन कुत्ते बार-बार उसे गिराकर नोचते रहे।
स्थानीय लोगों ने बचाई जान, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती
छात्रा की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग लाठी-डंडे लेकर दौड़े और किसी तरह कुत्तों को भगाया। खून से लथपथ हालत में उसे तुरंत पास के काशीराम अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि चेहरे और नाक पर गंभीर चोटें हैं और उसे 17 टांके लगाने पड़े। इलाज जारी है, लेकिन वह न तो खाना खा पा रही है और न बोल पा रही है। फिलहाल उसे लिक्विड डाइट दी जा रही है।
परिवार का दर्द – अब बच्ची को आईना देखने से भी डर लगता है
छात्रा के चाचा आशुतोष ने बताया कि उनके दिवंगत भाई की बेटी वैष्णवी अब खुद को लेकर डरी हुई है। उसका आत्मविश्वास टूट गया है और वह लगातार रो रही है। परिजनों ने सरकार से मांग की है कि सड़कों पर घूमते इन खतरनाक जानवरों पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।
इलाके में दहशत, प्रशासन पर उठे सवाल
घटना के बाद से श्याम नगर और आसपास के मोहल्लों में लोग खौफ में हैं। कई परिवारों ने बच्चों को अकेले बाहर भेजना बंद कर दिया है। लोगों का कहना है कि पहले भी ऐसे हमले हुए हैं लेकिन नगर निगम और प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
स्थानीयों की मांग – हो सख्त कार्रवाई
स्थानीय निवासियों की मांग है कि इन आवारा कुत्तों को या तो शहर से बाहर शिफ्ट किया जाए या फिर उन्हें किसी शेल्टर होम में रखा जाए। लोग यह भी चाहते हैं कि जिम्मेदार अधिकारियों पर लापरवाही का मामला दर्ज किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।