लड़कियों के कई बॉयफ्रेंड होते हैं, वे लड़कों को अपने कमरे में... गैंगरेप पीड़िता ने लगाया आरोप, बोली- नहाने और कपड़े...
punjabkesari.in Thursday, Oct 16, 2025 - 11:55 AM (IST)

नेशनल डेस्क। दक्षिण दिल्ली में स्थित दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय (SAU) परिसर के अंदर एक 18 वर्षीय छात्रा के साथ कथित रूप से गैंगरेप की दर्दनाक घटना सामने आई है। छात्रा ने न केवल चार अज्ञात लोगों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है बल्कि यह भी दावा किया है कि घटना के बाद हॉस्टल अधिकारियों ने उसकी मदद करने के बजाय घोर लापरवाही बरती और उसे चुप कराने की कोशिश की।
हॉस्टल अधिकारियों पर असंवेदनशीलता का आरोप
पुलिस को दिए अपने बयान और एफआईआर के अनुसार पीड़िता ने विश्वविद्यालय हॉस्टल प्रशासन पर अत्यंत गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने आरोप लगाया कि हॉस्टल स्टाफ ने तुरंत मदद या पुलिस को सूचित करने के बजाय उसकी शिकायत को शुरुआत में नकार दिया।
पीड़िता ने दावा किया कि हॉस्टल इंचार्ज ने शुरुआती मदद देने के बजाय उसे ही दोषी ठहराना शुरू कर दिया। इंचार्ज ने कथित तौर पर कहा कि लड़कियों के कई बॉयफ्रेंड होते हैं और सुरक्षा की कमी के कारण वे लड़कों को अपने कमरे में ला सकती हैं। पीड़िता की बिगड़ती स्थिति स्पष्ट होने के बावजूद इंचार्ज ने उसे नहाने और कपड़े बदलने की सलाह दी और पुलिस या मेडिकल सहायता के लिए तुरंत कोई व्यवस्था नहीं की। पीड़िता ने आरोप लगाया कि हॉस्टल इंचार्ज और एक गार्ड ने उसे अपनी मां को वीडियो कॉल करके अपनी चोटें दिखाने से शारीरिक रूप से रोका। अंततः सोमवार दोपहर को उसके दोस्तों के हस्तक्षेप के बाद ही पीसीआर (PCR) कॉल की जा सकी।
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घटना का विवरण और पुलिस कार्रवाई
बताया जा रहा है कि प्रथम वर्ष की बीटेक छात्रा को पहले धमकी भरे ईमेल और अश्लील मैसेज मिल रहे थे जिसके बाद उसे हॉस्टल छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। यह कथित गैंगरेप की घटना रविवार देर रात विश्वविद्यालय के दीक्षांत केंद्र के पास हुई।
पुलिस द्वारा मामला दर्ज
दिल्ली पुलिस ने पीड़िता के बयान पर गैंगरेप, अपहरण, गलत तरीके से रोकना और जहर देना समेत कई गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। दक्षिणी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त अंकित चौहान ने पुष्टि की है कि संदिग्धों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए कई टीमों का गठन किया गया है और जांच चल रही है। पीड़िता का बयान मदन मोहन मालवीय अस्पताल में मेडिकल जांच के बाद दर्ज किया गया और मंगलवार को उसने मजिस्ट्रेट के सामने भी बयान दर्ज करवाए।
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व्यापक विरोध और विश्वविद्यालय की प्रतिक्रिया
इस शर्मनाक घटना और विश्वविद्यालय प्रशासन की प्रतिक्रिया के कारण छात्रों में व्यापक आक्रोश फैल गया है। छात्रों ने जवाबदेही और कैंपस में मजबूत सुरक्षा उपायों की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किए हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने मामले का स्वत: संज्ञान (Suo Motu) लिया है और निष्पक्ष और तत्काल जांच की मांग की है। विश्वविद्यालय ने घटना के बाद आंतरिक जांच समिति का गठन किया है और पुलिस के साथ सहयोग करने का आश्वासन दिया है। फिलहाल कैंपस में क्लासों को टाल दिया गया है, अतिरिक्त सुरक्षा तैनात की गई है और छात्रों के लिए परामर्श सत्र (Counselling Sessions) आयोजित किए जा रहे हैं।