मोदी सरकार को सत्ता से हटाना चाहती हैं विदेशी ताकतें, स्मृति ईरानी का अमेरिकी कारोबारी सोरोस पर हमला
punjabkesari.in Friday, Feb 17, 2023 - 01:35 PM (IST)

नेशनल डेस्क: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि विदेशी ताकतें भारत के लोकतंत्र को नष्ट करने की कोशिश कर रही हैं। शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि जॉर्ज सोरोस का नंबर एक लक्ष्य भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और वह मोदी सरकार को सत्ता से हटाना चाहते हैं और देश में ऐसी सरकार लाना चाहते हैं जो उनके अनुसार काम करे।
भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को करना चाहते हैं ध्वस्त
उन्होंने कहा कि जॉर्ज सोरोस ने भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को ध्वस्त करने के लिए फंड देने की घोषणा की है और यह सबको पता है कि वह किसे फंड देते हैं और किसे पैसा भेजते हैं। स्मृति ईरानी ने आगे कहा कि जॉर्ज सोरोस ने घोषणा की है कि वह प्रधानमंत्री मोदी को अपने हमले का मुख्य बिंदु बनाएंगे। सोरोस ने घोषणा की है कि वह अपनी विदेशी शक्ति के तहत भारत में ऐसी व्यवस्था बनाएंगे जो उनके हितों की रक्षा करेगी न कि भारत की।
हर भारतीय को देना होगा करारा जवाब
जॉर्ज सोरोस ने घोषणा की है कि वह भारत में मोदी को झुकाएंगे, भारत की लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को ध्वस्त कर देंगे।" मंत्री ने कहा कि जॉर्ज सोरोस को देश के सभी नागरिकों, संगठनों और राजनीतिक दलों के साथ-साथ हर भारतीय द्वारा करारा जवाब दिया जाना चाहिए। मंत्री ने कहा ऐसे बुरे इरादों के लिए आइए हम जॉर्ज सोरोस को एक स्वर में जवाब दें कि लोकतांत्रिक परिस्थितियों में लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार और हमारे प्रधानमंत्री नहीं झुकेंगे।"
भारत में विश्वास को हिला दिया
सोरोस ने कहा है कि भारतीय व्यवसायी गौतम अडानी के कारोबारी साम्राज्य में उथल-पुथल ने निवेश के अवसर के रूप में भारत में विश्वास को हिला दिया है और यह भारत में ‘‘लोकतांत्रिक पुनरुद्धार'' के द्वार खोल सकता है। सोरोस ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन से पहले अपने एक भाषण में कहा, ‘‘मोदी इस विषय पर चुप हैं, लेकिन उन्हें विदेशी निवेशकों और संसद में सवालों के जवाब देने होंगे।'' मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने कहा, ‘‘यह भारत की संघीय सरकार पर मोदी की मजबूत पकड़ को काफी कमजोर करेगा और बहुत जरूरी संस्थागत सुधारों को आगे बढ़ाने के लिए दरवाजे खोलेगा। मैं भोला हो सकता हूं, लेकिन मैं भारत में लोकतांत्रिक पुनरुद्धार की उम्मीद करता हूं।''