हार्ट अटैक का खतरा इस नई दवा से होगा कम, एक डोज से घटेगा बढ़ा कोलेस्ट्रॉल
punjabkesari.in Wednesday, Nov 12, 2025 - 05:28 PM (IST)
नेशनल डेस्क : बढ़ते कोलेस्ट्रॉल से होने वाली गंभीर बीमारियों, जैसे हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक, से निपटने के लिए वैज्ञानिकों ने एक क्रांतिकारी खोज की है। वैज्ञानिकों ने एक ऐसी जेनेटिक-एडिटिंग दवा विकसित की है, जिसकी सिर्फ एक डोज से खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) और ट्राइग्लिसराइड्स को लगभग 50 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। इस शोध को द न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित किया गया है, और इसे कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। हालांकि, यह रिसर्च अभी शुरुआती चरण में है और बड़े पैमाने पर इसके परीक्षण बाकी हैं।
क्या है यह नई थेरेपी?
इस शोध में वैज्ञानिकों ने एक सिंगल-डोज जेनेटिक-एडिटिंग ट्रीटमेंट का परीक्षण किया, जो लिवर में मौजूद ANGPTL3 जीन को लक्षित करता है। इस जीन को निष्क्रिय करने से खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर में उल्लेखनीय कमी देखी गई। स्टडी में शामिल 15 मरीजों पर यह ट्रीटमेंट आजमाया गया, जिनका कोलेस्ट्रॉल सामान्य दवाओं से नियंत्रित नहीं हो पा रहा था। रिजल्ट्स में पाया गया कि एक डोज से ही मरीजों के खराब कोलेस्ट्रॉल में 50 प्रतिशत की कमी आई, और इसका असर 60 दिनों तक बना रहा।
छोटा ट्रायल, बड़े परिणाम
हालांकि यह ट्रायल छोटे स्तर पर किया गया है, लेकिन इसके परिणाम उत्साहजनक हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर भविष्य में बड़े पैमाने पर रिसर्च सफल होती है, तो यह सिंगल-डोज ट्रीटमेंट रोजाना दवाइयों की जरूरत को खत्म कर सकता है। कुछ मरीजों में हल्के साइड इफेक्ट्स देखे गए, लेकिन इनसे कोई गंभीर खतरा नहीं हुआ। वैज्ञानिकों ने यह भी चेतावनी दी है कि इस ट्रीटमेंट की सुरक्षा और लंबे समय तक प्रभाव के बारे में अभी और अध्ययन की जरूरत है।
कोलेस्ट्रॉल क्यों है खतरनाक?
बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल हृदय रोगों का प्रमुख कारण है। यह खून की नसों में जमकर ब्लॉकेज पैदा करता है, जिससे हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। मौजूदा समय में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए मरीजों को नियमित दवाइयों के साथ-साथ स्वस्थ खानपान और सक्रिय जीवनशैली अपनाने की सलाह दी जाती है। इस नई थेरेपी के आने से मरीजों को एक आसान और प्रभावी विकल्प मिल सकता है।
सही लाइफस्टाइल जरूरी
शोधकर्ताओं ने जोर देकर कहा है कि इस ट्रीटमेंट के साथ-साथ स्वस्थ जीवनशैली का पालन करना भी जरूरी है। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और तनाव प्रबंधन कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
