Sifat Kaur Samra: शूटिंग वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीतकर सिफत कौर समरा ने लहराया भारत का तिरंगा
punjabkesari.in Sunday, Apr 06, 2025 - 04:03 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अर्जेंटीना में चल रहे शूटिंग वर्ल्ड कप में भारत की होनहार निशानेबाज सिफत कौर समरा ने इतिहास रच दिया है। 23 वर्षीय सिफत ने अपने दमदार प्रदर्शन से ISSF वर्ल्ड कप का पहला व्यक्तिगत गोल्ड मेडल जीतकर न केवल देश का नाम रोशन किया बल्कि भारत को इस टूर्नामेंट का पहला स्वर्ण पदक भी दिलाया। फरीदकोट (पंजाब) की रहने वाली सिफत की यह उपलब्धि भारतीय शूटिंग खेल के लिए बड़ी प्रेरणा है। टिरो फेडरल अर्जेंटीनो डी ब्यूनस आयर्स शूटिंग रेंज में खेले जा रहे वर्ल्ड कप में सिफत ने शानदार वापसी करते हुए महिला 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन स्पर्धा में गोल्ड पर निशाना साधा। 45 शॉट के फाइनल में उन्होंने कुल 458.6 अंक हासिल किए और जर्मनी की अनुभवी शूटर अनीता मैंगोल्ड को पछाड़ दिया, जो 455.3 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं।
शुरुआत में पिछड़ने के बाद की वापसी
फाइनल की शुरुआत में सिफत नीलिंग पोजीशन के 15 शॉट के बाद अनीता से 7.2 अंक पीछे थीं। लेकिन उन्होंने प्रोन और स्टैंडिंग पोजीशन में बेहतरीन सटीकता दिखाई और लगातार शानदार निशाने लगाकर बढ़त हासिल की। उनका आत्मविश्वास और धैर्य प्रशंसनीय रहा। सिफत कौर समरा ने क्वालीफाइंग राउंड में 590 अंकों के साथ पहला स्थान हासिल किया था। इस शानदार स्कोर के दम पर उन्होंने आसानी से फाइनल में जगह बनाई और वहां भी अपना लोहा मनवाया। भारत की ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर ने भी फाइनल में जगह बनाई थी लेकिन वह छठे स्थान पर रहीं। वहीं, पुरुष 3पी स्पर्धा में चैन सिंह ने कांस्य पदक जीता, जिससे भारत की झोली में एक और पदक जुड़ा।
प्रतियोगिता के पहले दिन भारत खाली हाथ रहा
शूटिंग वर्ल्ड कप के पहले दिन भारत कोई भी पदक नहीं जीत सका था। लेकिन अब तक भारत के नाम एक स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक हो चुके हैं। महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में भारत की ईशा सिंह ने भी शानदार प्रदर्शन किया और रजत पदक जीता। वह चीन की सुन युजी से मामूली अंतर से पीछे रहीं जिन्होंने गोल्ड पर कब्जा जमाया। चीन की फेंग सिक्जुआन को कांस्य पदक मिला।
दिग्गज शूटर भी रहीं बाहर
इस बार की प्रतियोगिता में कई दिग्गज शूटर जैसे स्विट्जरलैंड की ओलंपिक चैंपियन चियारा लियोन, नीना क्रिस्टन, अमेरिका की मैरी टकर और कजाकिस्तान की एलेक्जेंड्रिया ले क्वालीफाइंग दौर में ही बाहर हो गईं, जबकि सिफत ने पूरी मजबूती के साथ भारतीय चुनौती को कायम रखा।