सेल्फी का शौक बना जानलेवा, पुणे में पुल टूटने से बड़ा हादसा; 5 की मौत, कई लापता
punjabkesari.in Monday, Jun 16, 2025 - 12:11 PM (IST)

नेशनल डेस्क: रविवार की दोपहर को महाराष्ट्र के पुणे जिले के तलेगांव क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने परिवारों की छुट्टियों को मातम में बदल दिया। इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना पुल अचानक टूट गया, जिससे उस पर खड़े लोग नदी की तेज़ धारा में बह गए। अब तक की जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में 5 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 15 से अधिक लोग लापता हैं।
पुल पर भीड़ और अचानक हुआ हादसा
रविवार होने की वजह से तलेगांव के पास स्थित झरनों पर बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे थे। दोपहर करीब साढ़े चार बजे का समय था, जब दर्जनों लोग एक पुराने लोहे के पुल पर खड़े होकर सेल्फी ले रहे थे या झरने की ओर बढ़ रहे थे। तभी अचानक पुल का एक हिस्सा तेज आवाज के साथ टूट गया और उसमें खड़े कई लोग नीचे बहती नदी में गिर गए।
रेस्क्यू अभियान जारी, SDRF और दमकल टीम मौके पर
घटना की सूचना मिलते ही SDRF और दमकल विभाग की टीमें तत्काल मौके पर पहुंचीं और बचाव कार्य शुरू किया गया। कुछ लोगों को स्थानीय निवासियों की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला गया है, लेकिन पानी का बहाव तेज होने के कारण कई लोग अब भी लापता हैं। पुल से नीचे गिरे लोगों की तलाश अब भी युद्ध स्तर पर जारी है।
स्थानीय लोगों का आरोप: पहले भी दी थी चेतावनी
इलाके के निवासी रघुवीर शेलार ने बताया कि यह पुल पहले से ही कमजोर था और कई बार इसकी शिकायत की गई थी, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है और कहा कि अगर समय रहते मरम्मत की जाती, तो यह हादसा टाला जा सकता था।
प्रशासन ने इलाके को किया सील, जांच के आदेश
हादसे के बाद पुलिस और प्रशासन ने प्रभावित इलाके को सील कर दिया है और लोगों से अपील की है कि अफवाहें न फैलाएं। घटनास्थल पर भारी संख्या में अधिकारी तैनात हैं और ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है। जिला प्रशासन ने पुल गिरने की जांच के आदेश दे दिए हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आईं सामने
एनसीपी (एसपी) की सांसद सुप्रिया सुले ने इस घटना पर गहरा दुख जताते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि उन्होंने जिला कलेक्टर से बात की है और राहत कार्यों के लिए पूरी मदद देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि मानसून के दौरान पर्यटन स्थलों पर जाते समय सतर्कता बरतें और सुरक्षा नियमों का पालन करें।
मानसून में पर्यटन: रोमांच या खतरा?
हर साल मानसून में लोग प्रकृति का आनंद लेने पहाड़ियों, झरनों और नदियों के किनारे पहुंचते हैं। लेकिन कई बार यह रोमांच असावधानी और लापरवाही के कारण जानलेवा बन जाता है। यह हादसा एक बार फिर चेतावनी देता है कि प्राकृतिक स्थलों पर जाने से पहले सुरक्षा इंतजामों और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करना कितना जरूरी है।