self medication harm: सरदर्द में खाई एक दवा, किडनी खत्म! सफदरजंग डॉक्टर ने बताया असली खतरा
punjabkesari.in Monday, Dec 01, 2025 - 11:50 AM (IST)
नेशनल डेस्क: दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों ने हाल ही में ऐसा खुलासा किया है जिसने सेल्फ-मेडिकेशन करने वालों के होश उड़ा दिए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि सिर्फ एक गलत डोज भी किडनी को इतना नुकसान पहुंचा सकती है कि मरीज को उम्रभर डायलिसिस पर रहना पड़े। मामूली बुखार या खांसी–जुकाम में मनमर्जी से दवा खा लेने की आदत अब सीधा किडनी फेल होने जैसी जानलेवा स्थितियों तक पहुंचा रही है। चेतावनी साफ है—दवा मज़ाक नहीं है, एक गलती आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती है।
बता दें कि भारतीय घरों में दवाएं इतनी आम हो चुकी हैं कि लोग छोटी-मोटी बीमारियों में डॉक्टर के पास जाने के बजाय खुद ही इलाज शुरू कर देते हैं। सिर दर्द, जुकाम-खांसी के लिए तो OTC दवाएं रोजमर्रा की चीज बन चुकी हैं। यह आसान रास्ता लोगों को सुविधाजनक भले लगे, लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक यही आदत आगे चलकर स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुंचा रही है। हाल में कई चिकित्सकों ने साफ चेतावनी दी है कि सेल्फ-मेडिकेशन अब एक खतरनाक ट्रेंड बन चुका है, जिसे तुरंत रोकने की जरूरत है।
क्या वाकई खुद से दवा लेना खतरनाक है? डॉक्टरों की चेतावनी
चिकित्सकों का कहना है कि कई लोग दवाएं सिर्फ इसलिए खा लेते हैं क्योंकि घर में पहले से पड़ी हैं या किसी परिचित ने बताया कि उसे इससे फायदा हुआ था। खासकर एंटीबायोटिक दवाओं का मनमाना इस्तेमाल बेहद हानिकारक हो सकता है, क्योंकि ये दवाएं शेड्यूल H और H1 श्रेणी में आती हैं—जिन्हें बिना प्रिस्क्रिप्शन लेना ही गलत है। एक बड़ा मुद्दा यह भी है कि कई मरीज बीमारी बढ़ने के बाद ही डॉक्टर के पास पहुंचते हैं, तब तक गलत दवा के कारण शरीर की प्रतिक्रिया बदल चुकी होती है और इलाज मुश्किल हो जाता है।
एंटीबायोटिक कब नहीं लेनी चाहिए?
विशेषज्ञों के अनुसार:
-
वायरल संक्रमण जैसे सामान्य जुकाम, वायरल बुखार, गले का वायरल इन्फेक्शन में एंटीबायोटिक का कोई रोल नहीं होता
-
वायरस पर एंटीबायोटिक असर नहीं करती
-
इनका गलत उपयोग शरीर में एंटीबायोटिक रेसिस्टेंस बढ़ाता है, यानी बाद में यही दवाएं कारगर नहीं रहेंगी
प्रैक्टिस में अक्सर ऐसे मरीज मिलते हैं जो डॉक्टर के पास आने से पहले कई दिन तक खुद एंटीबायोटिक लेकर हालत और खराब कर लेते हैं।
लोग बार-बार वही गलतियां दोहराते हैं
अकसर लोग यही कहते पाए जाते हैं:
-
“घर में रखी थी, खा ली”
-
“पिछली बार डॉक्टर ने दी थी, फिर वही ले ली”
-
“कोर्स पूरा नहीं किया था, इस बार बची हुई दवा खा ली”
ये छोटे-छोटे फैसले आगे जाकर बड़ी समस्या बन जाते हैं।
गलत दवा लेने के संभावित दुष्प्रभाव
खुद से ली गई दवाएं तुरंत और लंबे समय तक असर डाल सकती हैं, जैसे:
-
उल्टी या पेट में तेज दर्द
-
ब्लड प्रेशर गिर जाना
-
धड़कन गड़बड़ होना
-
चकत्ते, एलर्जी या त्वचा पर खुजली
-
सिर हल्का होना या चक्कर
-
कब्ज या दस्त
-
लिवर और किडनी पर सीधा नुकसान
ये प्रभाव कई मामलों में जानलेवा भी साबित हो सकते हैं।
डॉक्टर की सलाह: दवाएं खुद न लें, पूरी जांच के बाद ही लें
विशेषज्ञों की राय बिल्कुल स्पष्ट है—
-
एंटीबायोटिक केवल डॉक्टर की सलाह से
-
पूरा कोर्स पूरा करें
-
पुरानी दवाएं उठाकर न खाएं
-
किसी की सलाह पर दवा न लें
-
फार्मासिस्ट को भी बिना प्रिस्क्रिप्शन दवा नहीं देनी चाहिए
डॉक्टरों का कहना है कि कभी-कभी लोग दो दिन दवा लेकर छोड़ देते हैं। यह उतना ही खतरनाक है जितना गलत बीमारी में दवा खा लेना।
