Fatty Liver: हर तीसरे एडल्ट को खतरा! ये आदतें सड़ा रहीं है आपका Liver, अभी करें बंद, वरना हो सकता है...
punjabkesari.in Friday, Dec 05, 2025 - 01:57 PM (IST)
नेशनल डेस्क: फैटी लिवर जिसे अब वैज्ञानिक भाषा में MASLD (Metabolic Dysfunction-Associated Steatotic Liver Disease) कहा जाता है, दुनिया की सबसे तेज़ी से फैलने वाली स्वास्थ्य समस्याओं में से एक बन चुका है। आज हालात ये हैं कि हर तीन में से एक वयस्क इस बीमारी से जूझ रहा है। यह बीमारी तब शुरू होती है जब लिवर में ज़रूरत से ज़्यादा फैट जमा हो जाता है।
शुरुआती दौर में यह बीमारी कोई लक्षण नहीं दिखाती, इसलिए इसे 'साइलेंट किलर' भी कहा जाता है। अगर समय पर ध्यान न दिया जाए, तो यह लिवर को कमज़ोर करके स्कारिंग (Scarring), सिरोसिस या कैंसर जैसी घातक स्थितियों तक पहुँच सकती है।
क्यों खतरनाक है यह 'साइलेंट' बीमारी?
डॉक्टरों के अनुसार अगर फैटी लिवर को बढ़ने दिया जाए, तो यह MASH नामक गंभीर चरण में पहुँच सकता है। MASH स्टेज में लिवर में सूजन आने लगती है और उसकी कोशिकाएं (सेल्स) खराब होने लगती हैं।
- इससे लिवर फाइब्रोसिस (लिवर पर स्कारिंग या घाव बनना) का खतरा बढ़ जाता है।
- आगे चलकर यही समस्या लिवर कैंसर, खासकर हेपैटोसेलुलर कार्सिनोमा का कारण बन सकती है।
- सबसे बड़ी चिंता यह है कि नुकसान होने के बावजूद कई बार कोई लक्षण महसूस नहीं होते।
ये तीन आदतें चुपचाप सड़ा रही हैं आपका लिवर
विशेषज्ञों का कहना है कि हमारी रोज़मर्रा की तीन सामान्य आदतें लिवर में फैट जमा करने की प्रक्रिया को तेज़ कर देती हैं:
1. गलत खान-पान:
- समस्या: ज़्यादा चीनी, मैदा, तला-भुना और प्रोसेस्ड फूड (जैसे कोल्ड ड्रिंक्स, पैकेज्ड स्नैक्स, बिस्किट, फास्ट फूड) लिवर में फैट जमा करते हैं।
- बचाव: अपनी डाइट में सब्ज़ियां, साबुत अनाज, दालें, नट्स, ऑलिव ऑयल और मछली जैसी हेल्दी चीज़ें शामिल करें।
2. घंटों बैठकर काम करना:
- समस्या: लंबे समय तक एक ही जगह बैठे रहने से लिवर कम एक्टिव रहता है और फैट को ठीक से प्रोसेस नहीं कर पाता, जिससे फैटी लिवर बढ़ता है।
- बचाव: रोज़ाना टहलना, सीढ़ियां चढ़ना या फोन पर बात करते हुए भी पैदल चलना लिवर की सेहत के लिए बहुत ज़रूरी है।
3. हेल्थ प्रॉब्लम्स को नज़रअंदाज़ करना:
- समस्या: मोटापा, डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी पहले से मौजूद बीमारियाँ लिवर में वसा जमा होने की रफ़्तार को बढ़ा देती हैं।
- बचाव: वज़न कंट्रोल में रखें, पूरी नींद लें और डॉक्टर की सलाह के अनुसार समय-समय पर हेल्थ चेकअप ज़रूर करवाएं।
लिवर मुसीबत में है कैसे पहचानें?
क्योंकि यह बीमारी 'चुपचाप' बढ़ती है, इसके शुरुआती संकेत अक्सर नज़रअंदाज़ हो जाते हैं। इन संकेतों पर ध्यान दें:
- लगातार थकान महसूस होना।
- पेट के दाहिने ऊपरी हिस्से में हल्का दर्द या भारीपन।
- रूटीन ब्लड टेस्ट में लिवर एन्जाइम का बढ़ा हुआ मिलना।
- अल्ट्रासाउंड में लिवर का सामान्य से बड़ा दिखना।
लिवर को बचाने का आसान फॉर्मूला
डॉक्टरों का मानना है कि लिवर की सेहत दवाइयों से कम और हमारी रोज़मर्रा की जीवनशैली की चॉइस से ज़्यादा जुड़ी होती है।
- सही खाना (चीनी और प्रोसेस्ड फूड से दूरी)।
- रोज़ाना चलना-फिरना और शारीरिक गतिविधि।
- डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखना।
- तय समय पर हेल्थ चेकअप कराना।


