Gold Price: सोना बना सुपर लग्जरी एसेट, 1 किलो Gold में खरीद सकेंगे BMW....
punjabkesari.in Tuesday, Mar 18, 2025 - 08:52 PM (IST)

नेशनल डेस्क: सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। सोमवार को यह रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जहां 10 ग्राम सोने की कीमत ₹88,672 हो गई। इसका मतलब है कि 1 किलोग्राम सोना अब ₹88.67 लाख का हो गया है। इस कीमत में BMW X1 (₹50.80 लाख) या Audi A4, S5, A6 और Q3 जैसी लग्जरी कारें खरीदी जा सकती हैं।
SEBI- रजिस्टर्ड रिसर्च एनालिस्ट ए.के. मंधान ने 16 मार्च को ट्वीट कर बताया कि किस तरह सोने की कीमतें कारों की कीमतों के मुकाबले बढ़ी हैं।
- 1990 - 1 किलो सोना = Maruti 800
- 2000 - 1 किलो सोना = Maruti Esteem
- 2005 - 1 किलो सोना = Toyota Innova
- 2010 - 1 किलो सोना = Toyota Fortuner
- 2019 - 1 किलो सोना = BMW X1
उन्होंने मजाकिया अंदाज में लिखा कि अगर कोई 1 किलो सोना संभालकर रखे, तो 2040 तक शायद एक प्राइवेट जेट खरीद सके!
Interesting Economics & Observation:
— A K Mandhan (@A_K_Mandhan) March 16, 2025
1990 .....1KG gold = Maruti 800
2000......1KG gold = Esteem
2005......1KG Gold = Innova
2010......1KG Gold = Fortuner
2019.....1KG Gold = BMW X1
Keep 1 KG #gold & wait till 2040....
you may be able to buy a private Jet✈️....
😇😇😇
इसके अलावा मंगलवार को सोने की कीमतों ने फिर से $3,000 प्रति औंस का अहम स्तर पार कर लिया। यह एक हफ्ते में दूसरी बार हुआ है जब सोने ने नया रिकॉर्ड बनाया है। निवेशक, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में सोने की ओर रुख कर रहे हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, गाज़ा संकट और ट्रेड टैरिफ को लेकर बढ़ती चिंताओं के कारण निवेशक जोखिम भरे एसेट्स से दूरी बनाकर सोने में निवेश कर रहे हैं, जिससे इसकी कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है।
“#Gold Price History
— A K Mandhan (@A_K_Mandhan) March 16, 2025
in India 🇮🇳 (Per KG) 💰📈
1947: ₹8,000
1948: ₹9,587
1949: ₹9,417
1950: ₹9,918
1951: ₹9,805
1952: ₹7,681
1953: ₹7,306
1954: ₹7,775
1955: ₹7,918
1956: ₹9,081
1957: ₹9,062
1958: ₹9,538
1959: ₹10,256
1960: ₹11,187
1961: ₹11,935
1962: ₹11,975…
बता दें कि बीते 3 वर्षों में सेंट्रल बैंकों की खरीद और वैश्विक तनाव के चलते इसकी कीमतों में जबरदस्त तेजी देखी गई है। 2024 में भी यह रैली जारी है, और विश्लेषकों का मानना है कि वैश्विक अनिश्चितताओं और आर्थिक प्रोत्साहन उपायों के कारण सोने की कीमतें और ऊंचाई छू सकती हैं।